बादाम को अक्सर लोग सर्दियों में खाना पसंद करते हैं, पर ऐसा नहीं है। बादाम हर मौसम में खा सकते हैं। बस मौसम विशेष में मात्रा थोड़ी कम करनी पड़ सकती है। बादाम स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, खासकर बढ़ते बच्चों के लिए। बादाम में मौजूद प्रोटीन की प्रचुर मात्रा बच्चों के विकास में मदद करती है। बादाम में न सिर्फ प्रोटीन की प्रचुर मात्रा होती है बल्कि इसमें विटामिन डी, कॉपर मैग्निज और फाइबर भी होता है। यह न सिर्फ त्वचा के लिए बढ़िया है बल्कि बच्चों की हड्डियां मजबूत करता है और दिमाग को भी तेज करता है।
अक्सर लगातार काम करने या शरीर में पोषण की कमी से आंखें कमजोर हो जाती हैं। बादाम का सेवन आंखों के लिए भी अच्छा है। कई लोग कच्चे बादाम को छिलके के साथ खाना पसंद करते हैं, पर कई लोगों को बादाम के छिलके से एलर्जी होती है। बादाम खाने से पहले इसे रात में पानी में भिगो कर रख दें। सुबह छिलके उतर कर खाएं। यह ज्यादा फायदा करता है। बादाम का तेल सिरदर्द, दिन भर की थकान और बदन दर्द में आराम पहुंचाता है। इस तेल की सिर में मालिश करने से डैंडरफ से भी छुटकारा मिलता है।
बादाम पेट की तकलीफ भी दूर करता है। इसका नियमित सेवन आंतों में होने वाले कैंसर को भी रोकने में मदद करता है। मधुमेह रोगी भी इसका सेवन कर सकते हैं, यह शुगर स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है पर ध्यान रहे हर दिन सिर्फ तीन-चार बादाम ही मधुमेह रोगी को खाने चाहिए। बादाम का सबसे ज्यादा फायदा तब होता है, जब इसे पीसकर दूध में मिलाकर पीया जाए। इससे यह जल्दी पचता है और शरीर को पोषक तत्व मिलते हैं। ध्यान रखें कि दूध में मलाई की मात्रा कम होनी चाहिए। वरना आपका वजन बढ़ सकता है। दूध में डालने से पहले पिसे हुए बादाम की भी मात्रा का ध्यान रखें। बादाम में मौजूद विटामिन ई त्वचा के साथ-साथ दिल के लिए भी अच्छा होता है।
यह कोलेस्ट्रॉल स्तर भी कम करने में सहायता करता है। महिलाओं में कैल्शियम की कमी के कारण उन्हें आस्टियोपोरोसिस जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। विटामिन डी ओर कैल्शियम की कमी से महिलाओं की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और नतीजा आस्टियोपोरोसिस। मगर हर दिन नियमित बादाम का सेवन बीमारी को काबू में रखने में मदद करता है। बादाम में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। बादाम का सेवन हर उम्र के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए फायदेमंद है।