वाशिंगटन, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा है कि उनके प्रशासन ने लाल सागर में यमन के विद्रोही अंसार अल्लाह आंदोलन (हाउती) के हमलों के संबंध में ईरान को निजी तौर पर एक संदेश भेजा था।
संवाददाताओं द्वारा शनिवार को यह पूछे जाने पर कि क्या वह क्षेत्र में हाउती गतिविधियों के बीच ईरान की सरकार को कोई संदेश देना चाहेंगे, राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा, “मैंने संदेश भेजा था, हमने निजी तौर पर यह भेजा था, और हमें विश्वास है कि हम अच्छी तरह से तैयार हैं।”
नवंबर 2023 में हाउती ने इजरायल से जुड़े किसी भी जहाज पर हमला करने के अपने इरादे की घोषणा की तथा अन्य देशों के जहाजों से अपने चालक दल को वापस बुलाने का आग्रह किया। हाउती ने तब तक अपने हमले जारी रखने का संकल्प लिया है जब तक कि इजरायल गाजा पट्टी में अपनी सैन्य कार्रवाई समाप्त नहीं कर देता।
गौरतलब है कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने 19 दिसंबर को लाल सागर को सुरक्षित करने के लिए एक बहुराष्ट्रीय अभियान शुरू करने की घोषणा की, जिसमें कहा गया था कि ब्रिटेन, बहरीन, कनाडा, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, सेशेल्स और स्पेन मिशन में भाग लेंगे। हाउती ने अमेरिका के नेतृत्व वाले समुद्री गठबंधन में शामिल होने वाले किसी भी जहाज पर हमला करने की कसम ली थी।
स्थानीय सरकार के सूत्रों ने स्पूतनिक को बताया कि शुक्रवार को अमेरिका और ब्रिटेन की सेना ने यमन के चार प्रांतों में 23 हवाई हमले किए, जिनमें राजधानी सना, अल हुदैदा, ताइज़ और सदाह शहर शामिल थे। बाद में यूएस एयर फ़ोर्स सेंट्रल ने बताया कि यमन में हाउती के खिलाफ अमेरिकी हमलों ने 16 अलग-अलग स्थानों पर 60 से अधिक लक्ष्यों को निशाना बनाया।
हाउथी सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने बाद में बताया कि अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन में हाउती ठिकानों पर 73 हमले किए, जिसमें पांच लड़ाके मारे गए और छह अन्य घायल हो गए। हाउती की उच्च राजनीतिक परिषद के सदस्य मोहम्मद अली अल-हाउती ने पश्चिमी हमलों को ‘बर्बर आतंकवाद’ और ‘जानबूझकर अनुचित आक्रामकता’ बताया।