नयी दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी डाक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल – आर एम एल में एक युवा श्रमिक का पूरी तरह से कटा हुआ हाथ जोड़ा गया है।
आर एम एल ने गुरुवार को यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के बहादुर गढ़ का यह युवक पांच दिन पहले अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लाया गया था। इस का हाथ एक आरा मशीन – लकड़ी काटने की मशीन के ब्लेड से कट गया और शरीर से पूरी तरह से अलग हो गया। यह युवक स्वयं अपना कटा हुआ हाथ उठा कर स्थानीय अस्पताल गया , जहां से उसे आर एम एल अस्पताल भेज दिया गया। अस्पताल का कहना है कि उपचार के पांच दिन के बाद युवक का हाथ पूरी से काम कर रहा है।
अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने प्रमुख डाक्टर मुकेश शर्मा और उनकी टीम के अन्य चिकित्सकों ने लगभग नौ घंटे तक चले कठिन आपरेशन से युवक का कटा हाथ जोड़ा। कटे हाथ को शरीर से जोड़ने के लिए माइक्रोस्कोप से माइक्रोवास्कूलर तकनीक का प्रयोग किया गया। डाक्टर शर्मा ने कहा कि रक्त वाहिनियों, मांसपेशियों और हड्डियों को जोड़ा गया है। डाक्टर शर्मा ने बताया कि कटे अंग को स्वच्छ पानी से धोकर नमी बनाए रखने के लिए किसी साफ पोलीपैक में बंद कर बर्फ़ में रखा जाना चाहिए। इसके अलावा शरीर को साफ कपड़े से बांधना चाहिए और तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंग कटने की स्थिति में छह घंटे के भीतर अस्पताल पहुंच जाना चाहिए।
आर एम एल के चिकित्सा अधीक्षक एवं निदेशक अजय शुक्ला ने बताया कि श्रमिक का पूरा उपचार निशुल्क होगा और स्वास्थ्य होने पर छुट्टी दी जायेगी।