नयी दिल्ली , रेल हादसों के बावजूद रेल मंत्री के गजब बयान आ रहें हैं। वह रेल दुर्घटनाओं पर तो नियंत्रण नही लगा पा रहें हैं लेकिन रेलवे को विश्वस्तरीय बनाने का दावा जरूर कर रहें हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज कहा कि सरकार रेलवे को विरासत में मिली समस्याओं का समाधान करने के लिए एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रही है और उसने रेलवे को विश्वस्तरीय बनाने की नींव रख दी है।
श्री प्रभु ने राज्यसभा में रेलवे से संबंधित विनियोग विधेयकों और रेल मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि रेलवे की हालत सुधारने के लिए पारंपरिक ए गैर पारंपरिक स्रोतों से राजस्व जुटाने के साथ साथ कर्मचारियों की कार्य क्षमता बढानेए प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने और ऊर्जा खपत कम करने जैसे कई मोर्चों पर एक साथ काम करने की जरुरत है। इसके अलावा मल्टी मॉडल ट्रांस्पोर्ट सिस्टम की अवधारणा पर भी काम करना होगा।
रेल बजट को आम बजट में मिलाने के सदस्यों के एतराज को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि रेलवे का बजट अलग से पारित करने भर से ही समस्याओं का समाधान नहीं होगाए बल्कि रेलवे को मौजूदा स्थिति से उबारने के लिए बहुस्तरीय रणनीति पर काम करना होगा। सरकार ने इस बार राज्यों को भी इस सफर में साथ लेकर चलने की योजना बनायी है और केन्द्र तथा राज्य सरकारों को मिलकर इस सफर को तय करते हुए यह मंजिल हासिल करनी होगी।
रेल मंत्री के जवाब के बाद सदन ने रेलवे की चालू वित्त वर्ष की पूरक अनुदान मांगों तथा वित्त वर्ष 2013.14 की अतिरिक्त अनुदान मांगों से संबंधित विनियोग विधेयकों को पारित कर लोकसभा को लौटा दिया।