मुरादाबाद, उत्तराखंड के भरतपुर गांव में मुरादाबाद पुलिस पर गोलीबारी कर फरार हुआ एक लाख रुपये का इनामी खनन माफिया जफर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने शनिवार को बताया कि पुलिस ने जफर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि जफर ने बीते दिनों उत्तराखंड में उधमसिंहनगर के कुंडा थाना क्षेत्र स्थित गांव भरतपुर में मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा तहसील के उपजिलाधिकारी और खनन अधिकारी को बंधक बनाकर डंपर लूट लिया था। उक्त मुठभेड़ में उसने पुलिस टीम को बंधक बनाकर गोलीबारी करते हुए फरार हो गया था। इसमें दो पुलिसकर्मी गंभीर रुप से घायल हो गये थ।
कुटियाल ने बताया कि मुरादाबाद पुलिस ने चैकिंग अभियान के दौरान आज सुबह पाकबड़ा थाना क्षेत्र के कैलसा रोड पर एक गिरोह ने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्यवाही में संदिग्ध को घायल अवस्था में पुलिस ने दबोच लिया। उसकी पहचान डिलारी के काकरखेडा निवासी जफर के रुप में हुई है।
ज्ञात हो कि उत्तराखंड के भरतपुर गांव में मुरादाबाद पुलिस टीम पर हमला कर फरार होने के बाद बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) राजकुमार ने 14 अक्टूबर को खनन माफिया जफर पर 50 हजार रुपये का इनाम बढा कर 01 लाख रुपये कर दिया था। एडीजी के निर्देश पर जफर की तलाश में पुलिस की दस टीम लगी हुई थीं।
जफर 12 अक्टूबर को ठाकुरद्वारा के कमालपुरी चौराहे से पुलिस और स्पेशल ओपरेशन ग्रुप (एसओजी) पर फायरिंग करता हुआ उत्तराखंड की सीमा में घुस गया था। पुलिस टीम भी उसका पीछा करते हुए उत्तराखंड पहुंच गई थी। इसी दौरान जफर ने भरतपुर गांव में गुरताज सिंह के मकान में शरण लेने के बाद गुरताज सिंह तथा उसके परिजनों ने पुलिस टीम को बंधक बनाकर हमला कर दिया था। मौका मिलते ही जफर मौके से फरार हो गया था।
इससे पूर्व 13 सितंबर को खनन माफिया के उकसाने पर उसके गुर्गों ने एसडीएम ठाकुरद्वारा और खनन अधिकारी को बंधक बनाकर हमला करने बाद डंपर लूट ले गया था।इसको लेकर ठाकुरद्वारा थाने में पांच नामजद तथा 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।जिसमें से तैय्यब समेत 17 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।