नई दिल्ली, पोस्ट ऑफिस की तमाम बचत योजनाओं में से रेकरिंग डिपॉजिट सबसे अधिक लोकप्रिय है. इसकी वजह यह है कि इसमें निवेश करना सबसे आसान है और दूसरी बचत योजनाओं के मुकाबले यहां जमा पर ज्यादा ब्याज मिलता है. आरडी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए पोस्ट ऑफिस ने आरडी ग्राहकों को मासिक किस्त का भुगतान ऑनलाइन करने की सुविधा दी है.
पोस्ट ऑफिस ने ऑनलाइट किस्त डिपॉजिट करने की सुविधा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के जरिये दी है. इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहकों को पोस्ट ऑफिस में जाकर आरडी खाता से IPPB से लिंक करना होगा. इसके बाद आईपीपीबी खाते से ऑनलाइन या आईपीपीबी ऐप से आरडी की मासिक किस्त का भुगतान किया जा सकता है.
रेकरिंग डिपॉजिट निवेशक की सेविंग पर निर्भर करता है और हर महीने एक तय राशि का निवेश इसमें कर सकते हैं.
आरडी के लॉक इन फीचर के तहत शुरुआत से आखिर तक ब्याज दर एक समान रहती है और डिपॉजिट पर इंटरेस्ट रेट शुरुआत में ही लॉक इन हो जाता है. यानी ब्याज दर कम होने पर आरडी में फायदा होता है.
रेकरिंग डिपॉजिट से सेविंग मैनेजमेंट आसान होता है और बार बार फिक्स डिपॉजिट की परेशानी से राहत मिल जाती है.
आरडी में अकाउंट खोलते समय ही टाइम पिरियड तय हो जाता है. टाइम पीरियड खत्म होने पर आपको ब्याज समेत पूरा भुगतान मिल जाता है.
आरडी की खासियत है कि इसमें नियमित निवेश के साथ फिक्स डिपॉजिट के फायदे मिलते हैं. ब्याज तय होने से आय की निश्चितता रहती है और बैंकों की ओर से ऑफर मिलने से सहूलियत रहती है. आरडी में एक खास लक्ष्य के लिए रकम इकट्ठा की जा सकती है.
आरडी 10 साल तक हो सकती है. इसमें लंबे समय का इनवेस्टमेंट प्लान बनाया जा सकता है.
देश का सबसे बड़ा बैंक SBI अपने आरडी पर 6.80 से 6.85 फीसदी दर से ब्याज देता है. वहीं पोस्ट ऑफिस में फिलहाल 7.30 फीसदी की दर से सालाना ब्याज दे रहे हैं. हालांकि, पोस्ट ऑफिस में आरडी की अवधि 5 साल होगी, वहीं बैंकों में आप एक साल से 10 साल का विकल्प चुन सकते हैं.