नई दिल्ली, पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों की मतणना में 100 से भी ज्यादा उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें 100 से भी कम मत मिले। इन उम्मीदवारों में मशहूर कार्यकर्ता इरोम शर्मिला भी शामिल हैं, जिन्हें सिर्फ 90 मत मिले और उन्होंने दोबारा चुनाव नहीं लड़ने का संकल्प किया।
इलाहाबाद (उत्तर) और मुजफ्फरनगर सहित कुछ क्षेत्रों में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या पांच या ज्यादा है। उत्तराखंड के राजपुर और पंजाब के गुरू हरसहाय भी ऐसे ही क्षेत्रों में हैं। ऐसे अधिकतर उम्मीदवार या तो निर्दलीय हैं या छोटी पार्टियों से हैं। लेकिन कई उम्मीदवार माकपा तथा तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियों से भी हैं। ऐसे अधिकतर मामलों में नोटा को मिले मत भी ज्यादा हैं। मैदान में उतरे कुल उम्मीदवारों की संख्या के लिहाज से मणिपुर में 100 से भी कम मत हासिल करने वालों की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा करीब 20 प्रतिशत रही जबकि उत्तर प्रदेश में यह अनुपात एक प्रतिशत से भी कम रहा। गोवा में यह अनुपात करीब 10 प्रतिशत रहा।