मुजफ्फरपुर, बिहार में तीसरे और अंतिम चरण में सात नवंबर को हो रहे विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर जिले में 104 वर्षीय भूतपूर्व सैनिक ने मतदान कर लोगों के बीच मिसाल पेश की।
बिहार विधानसभा में तीसरे और अंतिम चरण के तहत 15 जिलों की 78 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। कोरोना काल में देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर एक साथ मतदान का आयोजन किया गया है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि कोरोना काल में वोटिंग के लिए लोग घरों से बहुत कम ही बाहर निकलेंगे लेकिन महामारी के दौर में भी मतदाताओं का वोट के लिए हौसला देखने को मिल रहा है।
मतदान केंद्रों पर ना केवल युवा बल्कि बुजुर्ग भी अपने लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लेने से पीछे नहीं रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण उस समय देखने को मिला जब 104 वर्षीय भूतपूर्व सैनिक सचिदानंद राणा मुजफ्फरपुर के मतदान केंद्र संख्या 72 पर मतदान करने के लिये पहुंचे। श्री राणा मतदान करने के लिये उत्साह से लबरेज दिख रहे थे। श्री राणा उनलोगों के लिए मिसाल हैं जो स्वस्थ्य होकर भी मतदान करने में दिलचस्पी नही रखते है।
अपने भतीजे के साथ मतदान केंद्र पहुचे श्री राणा ने बताया कि वह वर्ष 1934 में ब्रिटिश सेना में भर्ती हुए थे। इसके बाद वर्ष 1953 में उन्होंने भारतीय सेना में शामिल हुए। वर्ष 1968 में सेवानिवृत हुये श्री राणा आज भी एक बेहतर लोकतंत्र के लिए मतदान केन्द्र पर आये और वोट किया।
श्री राणा के भतीजा ने बताया कि कल से ही उनके चाचा मतदान करने के लिए उत्साहित थे और अपनी पर्ची ढूंढ रहे थे। हमलोग आज इन्हें मतदान करने के लिए लेकर आये है। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध में हिस्सा लिया था। वह 1962 में भारत-चीन की लड़ाई में भी शुशुल क्षेत्र में तैनात थे जबकि 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में सियालकोट में तैनात थे।