गोण्डा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भाजपा की विरोधी पार्टियों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में नेपाल सीमा से सटे गोण्डा क्षेत्र में ऐसे लोगों को नहीं चुना जाना चाहिये जो सरहद पार बैठे षड्यंत्रकारियों की मदद करें। मोदी ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा यह हमारा गोण्डा नेपाल से सटा है। अभी कानपुर में रेल हादसा हुआ, उसमें सैकड़ों लोग मारे गये। उसमे कुछ लोग पकड़े गये हैं। वो हादसा अचानक नहीं हुआ बल्कि पुलिस ने जो खोजकर निकाला, उसके मुताबिक एक षड्यंत्र के तहत हुआ। उन्होंने विरोधी पार्टियों के प्रत्याशियों की तरफ इशारा करते हुए किसी का नाम लिये बगैर कहा वे षड्यंत्र करने वाले सीमा पार बैठे हैं। अब तक सीमा पार के जो हमारे दुश्मन हैं, वो अपना कारोबार वहां से चलाना चाहते हैं। गोण्डा में ज्यादा सतर्कता की जरूरत है कि नहीं… अगर यहां ऐसे लोग चुनकर आएंगे जो ऐसे लोगों की मदद करेंगे, तो क्या गोण्डा सुरक्षित रहेगा, अगर गोण्डा असुरक्षित रहा तो क्या हमारा देश सुरक्षित रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, गोण्डा में तो देशभक्ति से भरे लोग हैं, उन्हीं को सत्ता में बिठाना चाहिये, तभी हम यहां का भला कर सकेंगे, इसलिये चुनाव में कोई गलती नहीं होनी चाहिये। सपा हो या बसपा, एक भी जीतना नहीं चाहिये। आपको भारी मतदान करके शत प्रतिशत भाजपा को विजयी बनाना चाहिये। मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के अब तक हुए चार चरणों में भाजपा का दबदबा रहा है। यह तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का चेहरा देखकर ही पता चल जाता है। अखिलेश ने जिनको (कांग्रेस) गले लगाया है, देश के लोगों ने चाहे ओड़िशा हो या महाराष्ट्र, उन्हें विदाई दे दी है। उन्होंने कहा कि ये चुनाव उत्तर प्रदेश के लिये हैं, देश के लिये भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। गरीबों की भलाई के लिये सबसे ज्यादा यूपी में काम करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे जवानों ने सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक करके दुश्मन को ताकत दिखायी, मगर दिन रात राजनीति-राजनीति करने वालों को राष्ट्रभक्तों का यह पराक्रम समझ में नहीं आया और वे सुबूत मांगने लगे। अभी तक पाकिस्तान ने भी ऐसा सवाल नहीं उठाया। हमारे राजनेता राजनीतिक स्वार्थ के लिये हमारी फौज के पराक्रम को भी सियासी दायरे में बांधने की कोशिश कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव भी कभी रक्षा मंत्री रहे, लेकिन उन्हें वन रैंक, वन पेंशन की मांग को पूरा करने की जरूरत महसूस नहीं हुई। उनकी सरकार ने 40 साल पुरानी इस मांग को पूरा करके सैनिकों को उनका हक दिलवाया है। इसके लिये 12 हजार करोड़ रूपये की जरूरत थी जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेसनीत सरकार जाते-जाते मात्र 500 करोड़ रूपये ही छोड़ गयी थी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था जबकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान कहा था। केन्द्र की मौजूदा सरकार इसे साकार करने में जुटी है। मोदी ने किसानों की नब्ज टटोलने की कोशिश करते हुए उपज की सरकारी खरीद में धांधली का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि भाजपा शासित राज्यों में 50 प्रतिशत से ज्यादा किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ दिया गया है, मगर ना जाने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को किसानों से क्या दुश्मनी है। उनके प्रदेश में अब तक केवल 14 प्रतिशत किसानों को ही इस योजना से लाभान्वित किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद छोटे किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश का सांसद होने के नाते वह इसे सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने एक दृश्य खींचते हुए कहा ग्यारह तारीख को चुनाव के नतीजे आएंगे। हम 13 तारीख को विजय की होली मनाएंगे, रंगारंग वाली होली मनाएंगे। केसरिया रंग से रंगी होली मनाएंगे। उसके बाद भाजपा की नयी सरकार बनाएंगे। उसकी पहली कैबिनेट बैठक होगी। यह मेरी जिम्मेदारी होगी कि पहली बैठक में पहला निर्णय किसानों की कर्जमाफी का किया जाए।