लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने गुरूवार को कहा कि लखीमपुर हिंसा मामले में उच्चतम न्यायालय मे सुनवाई से प्रभावितों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
मायावती ने ट्वीट किया “ लखीमपुर खीरी जघन्य काण्ड, जिसमें 4 आन्दोलित किसानों व पत्रकार समेत आठ लोगों की मौत हुई है, के सम्बंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आज प्रारंभ की गई सुनवाई से लोगों को राहत व समुचित न्याय की उम्मीद जगी, क्योंकि इस मामले में भी भाजपा सरकार का रवैया ज्यादातर पक्षपाती ही लगता है।”
उन्होने कहा “ बीएसपी का प्रतिनिधिमण्डल सरकारी अनुमति के बाद पार्टी महासचिव व राज्यसभा सांसद एससी मिश्र के नेतृत्व में पीड़ित परिवारों से आज मिल रहा है, किन्तु इस काण्ड में केन्द्रीय मंत्री व कुछ अन्य प्रभावशाली लोगों के शामिल होने के कारण लोगों का आक्रोश भी थम नहीं पा रहा है।”
गौरतलब है कि लखीमपुर में पिछले रविवार को भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गयी थी जिसके बाद विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया था। हिंसा के बाद जिले में धारा 144 लागू कर दी गयी थी और राजनीतिक दलों के जाने पर रोक लगा दी थी। हालांकि बुधवार को प्रभावित जिले में हालात सामान्य होने के बाद राजनीतिक दलों को जाने की अनुमति दे दी गयी है। बुधवार को ही आप नेता संजय सिंह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिंसा के शिकार किसानों के परिजनो से मुलाकात कर सांत्वना प्रदान की थी जबकि आज बसपा महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर जा रहे हैं।