बेंगलुरु, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) ने मंगलवार को कर्नाटक विधान परिषद (एमएलसी) के लिए चार और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से एक विधायक को मैदान में उतारने का फैसला किया, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के पुत्र बी वाई विजयेंद्र को टिकट से वंचित रखा।
भाजपा ने एमएलसी चुनाव के लिए चालुवाड़ी नारायणस्वामी, हेमलता नायक, एस केशवप्रसाद और लक्ष्मण सावदी और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए बसवराज होराट्टी के नाम की घोषणा की। श्री होराती 18 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की मौजूदगी में विधान परिषद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे।
पिछले हफ्ते, कर्नाटक भाजपा ने एमएलसी चुनावों के लिए नामों पर चर्चा करने के लिए एक कोर कमेटी की बैठक की थी और पार्टी ने विजयेंद्र सहित कई नामों की सिफारिश की थी।
चुनाव आयोग ने तीन जून को सात सीटों के लिए चुनाव की घोषणा की थी।
भाजपा विधान सभा में अपनी मौजूदा स्थिति के बल पर चार सीटें आसानी से जीत सकती है।
राज्य में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख मंगलवार को है। दो स्नातक और दो शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव 13 जून को होने हैं।
श्री येदियुरप्पा खेमा उम्मीद कर रहा था कि केआर पेटे और सिरा निर्वाचन क्षेत्रों से पार्टी उम्मीदवारों नारायण गौड़ा और डॉ बी एम राजेश गौड़ा की जीत सुनिश्चित करने में विजयेन्द्र की भूमिका को देखते हुये पार्टी उनको टिकट देगी ।
दो मुश्किल निर्वाचन क्षेत्रों को जीतने के बाद हालांकि विजयेंद्र अप्रैल 2021 में रायचूर जिले के मस्की निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी उम्मीदवार प्रतापगौड़ा पाटिल की जीत सुनिश्चित करने में असफल रहे। वह हंगल में भी हार गए जहां कांग्रेस उम्मीदवार श्रीनिवास माने विजयी हुए थे।