लखनऊ, समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आगामी 30 सितम्बर से पहले पार्टी अध्यक्ष के चुनाव का निर्णय लिया गया। सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि कार्यकारिणी ने 30 सितम्बर से पहले पार्टी अध्यक्ष के चुनाव का फैसला लिया है। तमाम विवादों के बीच गत एक जनवरी को पार्टी के आपात सम्मेलन में यहां जनेश्वर मिश्र पार्क में मुलायम सिंह यादव को हटाकर अखिलेश यादव को अध्यक्ष चुन लिया गया था।
अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के कारणो की समीक्षा विधानसभा क्षेत्रवार की जा रही है।अखिलेश यादव ने बताया कि 15 अप्रैल से दो महीने तक सदस्यता अभियान चलाया जायेगा। बूथ स्तर तक पार्टी से युवाओं को जोडा जायेगा। पार्टी संविधान में बदलाव का भी निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती के इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर उठाये गये सवाल का समर्थन करते हुए मांग की कि इसकी जांच कराये बगैर लोकसभा का चुनाव ईवीएम से न कराया जाये। लोकसभा का चुनाव मतपत्रों के जरिये कराये जायें। ईवीएम पर जब सवाल उठ ही गया है तो इसकी जांच हो ही जानी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि कई लोगों ने उन्हें शपथ पत्र तक देने को कहा। ऐसे लोगों का कहना है कि वोट उन्होंने सपा को ही दिया है।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव की गैरमौजूदगी में हुई बैठक में राज्यसभा सदस्य प्रो. रामगोपाल यादव, जया बच्चन, पार्टी उपाध्यक्ष किरनमय नंदा, नरेश अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम आदि मौजूद थे।