खरगोन/ बड़वानी, मध्यप्रदेश के खरगोन के जिला जेल में धोखाधड़ी के आरोप में निरुद्ध एक विचाराधीन महिला कैदी द्वारा बच्चे को जन्म दिए जाने के उपरांत कराई गई टेस्ट में पॉजिटिव आने पर अन्य 16 महिला कैदियों की भी जांच कराई जाएगी।
खरगोन के जेल अधीक्षक जी एल ओसारी ने बताया कि धोखाधड़ी के आरोप में एक गर्भवती महिला को 15 जुलाई को खरगोन के जिला जेल में निरुद्ध किया गया था। गर्भवती होने के चलते उसे 17 जुलाई को अस्पताल भेज दिया गया, जहां उसने 23 जुलाई को कन्या शिशु को जन्म दिया।
अस्पताल प्रबंधन ने उसे पुनः 31 जुलाई को जेल में वापस भेज दिया, जहां उसकी तथा नवजात की नियमानुसार कोरोना सैंपलिंग की गई और उसे जेल परिसर में ही क्वारंटाइन करा दिया गया। 2 अगस्त को महिला कैदी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई जबकि उसकी नवजात कन्या शिशु की रिपोर्ट निगेटिव अायी। महिला को 3 अगस्त को जेल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराकर उपचारित किया जाना आरंभ कर दिया गया है।
श्री ओसारी ने बताया कि इस घटना के उपरांत जेल अधिकारियों, जिसमें वे स्वयं शामिल है ,ने अपना सैंपल देकर जांच करायी, जिसमें वह सभी निगेटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि महिला कैदी के पॉजिटिव आने के उपरांत अन्य 16 महिला कैदियों की भी जांच हेतु कल सैंपल लिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि खरगोन जिला जेल की 100 की क्षमता के विरुद्ध भर्ती 350 कैदियों में से 100 कैदियों को अलीराजपुर की जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। खरगोन जिले में अब तक 856 संक्रमित में से 649 उपचारित हो चुके हैं, जबकि 18 की मृत्यु हुई है।
इसी प्रकार बड़वानी जिले में आज 17 और पॉजिटिव आने से संक्रमितों की संख्या 846 हो गई है जिसमें से 478 को उपचारित किया जा चुका है। जिले में 8 लोगों की इस महामारी से मृत्यु हुई है।