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17 मई समाजवादियों के लिये क्यों महत्वपूर्ण, क्या करने जा रही समाजवादी पार्टी ?

लखनऊ, 17 मई समाजवादियों के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है, इस दिन को लेकर समाजवादी पार्टी ने महत्वपूर्ण घोषणा भी की है।

17 मई 1934 को पटना में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी का गठन हुआ था। इस दिन आचार्य नरेंद्र देव, जयप्रकाश नारायण, डा. राममनोहर लोहिया, कमला देवी चट्टोपाध्याय, यूसुफ मेहर अली, अच्युत पटवर्धन, अशोक मेहता, फरीदुलहक अंसारी, मीनू मसानी, एनजी गोरे, एसएम जोशी आदि ने आजादी के साथ समाजवादी राज की स्थापना का संकल्प लिया था।

भारतीय समाजवादी आंदोलन के पितामह आचार्य नरेंद्रदेव की अध्यक्षता में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी (सीएसपी) के गठन (17 मई 1934,पटना) के समय दो लक्ष्य स्पष्‍ट थे: देश की आजादी हासिल करने और समाजवादी व्यवस्था कायम करने की दिशा में संगठित प्रयासों को तेज करना। इन दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सच्ची साम्राज्यवाद विरोधी चेतना  को मजबूत बनाना जरूरी था।

21-22 अक्तूबर 1934 को बंबई में हुए अखिल भारतीय कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी के पहले सम्मेलन में,जहां समाजवादी समाज बनाने की दिशा में विस्तृत कार्यक्रम की रूपरेखा स्वीकृत की गई, जयप्रकाश नारायण ने कहा था ‘‘हमारा काम कांग्रेस के भीतर एक सच्ची साम्राज्यवाद विरोधी संस्था विकसित करने की नीति से अनुशासित है।’’

दरअसल, सोशलिस्ट नेताओं के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सेदारी रणनीति नहीं थी। बल्कि भारतीय सामाजिक और आर्थिक संरचना में हाशिए पर धकेले गए तबकों – दलित, आदिवासी, पिछड़े,महिलाएं, गरीब मुसलमान – की सक्रिय राजनीतिक-सांस्कृतिक-बौद्धिक हिस्सेदारी से समाजवाद की दिशा में बढ़ने की पेशकश में ऐसे स्वतंत्र राष्‍ट्र का स्वप्न निहित था जो फिर कभी गुलाम नहीं होगा।

 विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने समाजवादियों से 17 मई रविवार को ‘मजदूर बचाओ-देश बचाओ’ की गुहार लगाने का आह्वान किया है। इस दिन सभी अपने अपने घरों में पूजा, प्रार्थना, नमाज आदि पढ़कर लॉकडाउन में सबसे अधिक प्रभावित गरीब और मजदूरों के लिए दुआ मांगेंगे। साथ ही सोशल मीडिया के जरिये केंद्र और राज्य सरकार से गुहार लगाएंगे कि वे धरातल पर भी रोज कमाने खाने वाले मजदूरों की जान बचाने की कोशिश करें।

नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी के अनुसार समाजवादी सोच के सभी लोग 17 मई को ‘मजदूर बचाओ-देश बचाओ’ की गुहार लगाएंगे। राम गोविंद चौधरी ने बताया कि हम सभी 17 मई को अपने पुरखों के संकल्प के साथ खुद को संबद्ध करेंगे। साथ ही स्थापना समारोह की पूर्व संध्या 16 मई को अपने घरों में दीपदान करेंगे।