भिलाई, भारतीय इस्पात प्राधिकरण(सेल) के भिलाई इस्पात संयंत्र में इस माह कोरोना की चपेट में आने पर एक प्रबन्धक समेत 19 अधिकारियों,कर्मचारियों की मौत हो गई है।
संयंत्र प्रबन्धन से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना से जिन अधिकारियों, कर्मचारियों की मौत हुई है उनमें से अधिकांश आपरेटिंग स्टाफ थे।एक दिन में सबसे अधिक पांच संयंत्र कर्मियों की मौत गत 21 सितम्बर को हुई।
संयंत्र में अभी तक 142 अधिकारी, 360 कर्मचारी, 22 ठेका कर्मचारी कुल 524 कोरोना पाजिटिव पाए गए है।इनमें कुछ की जांच निगेटिव आने के बाद उन्हे अस्पताल/होम आइसोलेशन से छुट्टी मिल गई है, जबकि कुछ का अभी भी इलाज जारी है।
संयंत्र के भीतर 800 बेड का एक उच्च स्तरीय अस्पताल सेक्टर नौ में स्थित है,जिसकी स्थिति बहुत ही खराब है। अस्पताल में 56 बेड का आईसीयू हैं,और अन्य सुविधाएं भी पहले से मौजूद है पर इसके अधीक्षक की हठधर्मिता के चलते यहां कोरोना के इलाज की समय रहते व्यवस्था नही की गई,और पीड़ितों को राजधानी रायपुर के शासकीय एवं निजी अस्पतालों में भेजा जाता रहा।काफी दबाव के बाद अब 25 बेड की कोरोना पाजिटिव मरीजों के लिए व्यवस्था की गई है।
संयंत्र के इस अस्पताल का दायित्व यहां से सेवानिवृत कर्मचारी एवं उसकी पत्नी को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने का है,लेकिन कोरोना पीडितों सेवानिवृत कर्मचारियों को इलाज की सुविधा नही मिल पाने से दूसरे अस्पतालों में एक दर्जन लोगो की मौत हो गई।