श्रीनगर ,केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकवाद का दामन थामने वाले 20 युवक हिंसा का रास्ता छोड़कर फिर से समाज की मुख्यधारा में शामिल हो गए और ये अब अपने परिवार के साथ सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने पाकिस्तानी एजेंसियों के झांसे में आकर आतंकवाद का दामन थामने वाले ऐसे अनेक युवकों से फिर से मुख्यधारा में शामिल होने की भी अपील दोहराई।
उन्होंने कहा,”हम हिंसा का रास्ता अपनाने वाले सभी युवकों से फिर से सामान्य एवं सम्मानित जीवन को अपनाने के लिए लाैट आने की अपील करते हैं। ” श्री सिंह ने कहा कि हम आतंकवाद का रास्ता छोड़ने वाले सभी युवकों की मदद कर रहे हैं और इसे आगे भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां उन सभी युवकों की मदद करने का हरसंभव प्रयास कर रही हैं, जिन्होंने हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ेंगे, उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
पुलिस प्रमुख ने कहा कि माता-पिता के अलावा पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सतत प्रयासों के कारण 20 युवक, जो आतंकवाद की राह पर चले गये थे, वे अब मुख्यधारा में लौट आए हैं। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनके बारे में कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई युवक भटक जाता है तो यह न केवल अपने परिवार को बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करता है।