नयी दिल्ली , मोदी सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज मे मजदूरों को आधा प्रतिशत भी नही दिया गया है ? मोदी सरकार ने इस वर्ग के लिए सिर्फ 0.25 प्रतिशत रकम का आवंटन किया है।
कांग्रेस ने लॉकडाउन के कारण पैदल घर जाने को मजबूर प्रवासी श्रमिको के लिए व्यवस्था नही करने पर गहरी निराशा व्यक्त करते हुए आरोप लगाया है कि मोदी सरकार इस वर्ग के साथ असंवेदनशील और अमानवीय वर्ताव कर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी और सुप्रिया श्रीनेत ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मज़दूरों के प्रति जिस रुख का प्रदर्शन किया वह असंवेदनशीलता, अंहकार और अज्ञानता का उत्कृष्ट उदाहरण है। दोनों मंत्रियों ने डेढ़ घंटे चली इस प्रेस वार्ता में सिर्फ आंकड़ो के गोले दागे है।
उन्होंने कहा कि देश मे प्रवासी मज़दूरों की वर्तमान स्थिति अत्यंत डरावनी है और लोग काम नही होने के कारण पैदल अपने घर जा रहे है लेकिन सरकार ने उन्हें घर पहुंचाने के लिए कोई व्यवस्था नही की है। आश्चर्य इस बात का है कि 20 लाख करोड़ का पैकेज घोषित करने वाली इस सरकार ने इस वर्ग के लिए सिर्फ पांच हज़ार करोड़ की व्यवस्था की है। जो कि कुल रकम का मात्र 0.25 प्रतिशत है।
कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा है कि प्रवासी कामगार श्रमिको के लिए सरकार के पास उनको निराश करने के अलावा देने के लिए कुछ नही है। मज़दूरों को सरकार पर भरोसा नही है इसलिए पहले लॉक डाउन की घोषणा होते ही हज़ारो प्रवासी श्रमिक पैदल ही अपने घरोँ को निकलना शुरू कर दिए थे और यह सिलसिला अभी थम नही है।