बेंगलुरु, भारतीय महिला हॉकी टीम की उप कप्तान एवं अनुभवी गोलकीपर सविता ने कहा है कि 2022 में विश्व कप और अन्य प्रमुख प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करके टीम को उम्मीदों पर खरा उतरने की जरूरत है।
सविता ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “ 2017 में हमने लंदन में एफआईएच महिला विश्व कप के लिए सीधी योग्यता हासिल करने के लिए एशिया कप जीता। मुझे लगता है कि जीत हमारे लिए पिछले चार वर्षों में अपने प्रदर्शन में स्थिर विकास लाने के लिए एक कदम था। निश्चित रूप से एशिया कप में एक अच्छे प्रदर्शन के साथ सीजन की शुरुआत करने से हमें सही लय मिलेगी, क्योंकि हम बैक-टू-बैक टूर्नामेंट खेलेंगे। ”
उल्लेखनीय है कि भारतीय महिला हॉकी टीम जनवरी में ओमान के मस्कट की यात्रा के साथ नए साल की शुरुआत करेगी, जहां वह प्रतिष्ठित महिला एशिया कप में अपने खिताब को डिफेंड करेगी, जिसमें भारत सहित महाद्वीप की शीर्ष आठ टीमें चीन, कोरिया, जापान, मलेशिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया और सिंगापुर खिताब की होड़ में दिखाई देंगी। क्रॉस-ओवर वर्गीकरण मैचों के साथ दो-पूल प्रारूप में खेला जाने वाला यह टूर्नामेंट जुलाई में स्पेन और नीदरलैंड में होने वाले एफआईएच महिला विश्व कप 2022 के लिए क्वालीफायर टूर्नामेंट है। एशिया कप में शीर्ष चार में रहने वाली टीमें विश्व कप के लिए क्वालीफाई करेंगी।
भारतीय महिला हॉकी टीम एशिया कप के बाद ओडिशा के भुवनेश्वर चली जाएगी, जहां वह एफआईएच हॉकी प्रो लीग में घरेलू मैच खेलेगी। सविता ने इस बारे में कहा, “मुझे लगता है कि हम में से बहुत से खिलाड़ी एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैचों का इंतजार कर रहे हैं। यह प्रतिष्ठित लीग हमारा पहला टूर्नामेंट होगा और हम पूरी तरह से दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलने के लिए उत्सुक हैं। कहने की जरूरत नहीं है, हम ओडिशा में फिर से खेलने के लिए उत्सुक हैं और दुनिया की नंबर एक टीम नीदरलैंड का इन मैचों के लिए भारत की यात्रा करना कुछ ऐसी चीज है जिसकी हमने कभी कल्पना नहीं की थी।”
उल्लेखनीय है कि भारत भुवनेश्वर में एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैचों में नीदरलैंड, स्पेन, जर्मनी और इंग्लैंड से भिड़ेगा जिसके बाद वह जून के महीने में बेल्जियम, अर्जेंटीना और अमेरिका के खिलाफ खेलने के लिए बेल्जियम और नीदरलैंड की यात्रा करेगा। उप कप्तान ने इसको लेकर कहा, “मुझे लगता है कि प्रो लीग मैच हमें जुलाई में विश्व कप से पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन प्रदान करेंगे। पिछली बार हमने कई दशकों बाद पहली बार क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। ओलंपिक में हमारे हालिया प्रदर्शन और हमें मिले समर्थन के साथ हमें महिला हॉकी में रुचि बनाए रखने के लिए इन प्रमुख प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करके उम्मीदों पर खरा उतरने की जरूरत है।”
विश्व कप के बाद जुलाई में राष्ट्रमंडल खेल भी होने हैं, जिसके बाद भारतीय टीम चीन के हांग्जो में होने वाले 19वें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी, ताकि पेरिस ओलंपिक के लिए सीट पक्की कर सके। वह दिसंबर में एफआईएच महिला राष्ट्र कप के साथ सत्र का समापन करेगी जो स्पेन के वालेंसिया में खेला जाएगा। सविता ने इस बारे में कहा, “इसमें कोई शक नहीं है कि यह बहुत व्यस्त सीजन होगा और हमने इसके लिए पूरी गंभीरता से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। हमारे पास खिलाड़ियों का एक बहुत ही युवा और होनहार बैच है जो 60 खिलाड़ियों के शिविर में आया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर में 33 के अंतिम कोर ग्रुप में कौन जगह बनाता है। इतने व्यस्त वर्ष में एक अच्छा कोर ग्रुप होने का मतलब यह सुनिश्चित करने के लिहाज से बहुत मायने रखेगा कि जब भी किसी एक खिलाड़ी को किसी अन्य खिलाड़ी की जगह भरने की आवश्यकता हो तो हमारे प्रदर्शन में कमी न आए।”