मेलबाेर्न, भारतीय स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने बुधवार को 2022 सीजन के बाद टेनिस से संन्यास लेने की घोषणा की।
उन्होंने बुधवार को यहां साथी नादिया किचेनोक के साथ साल के पहले ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला युगल के पहले दौर में हारने के बाद घोषणा की कि 2022 उनका आखिरी सीजन होगा, क्योंकि उनका शरीर कमजोर हो रहा है और रोजमर्रा की जिंदगी के लिए प्रेरणा और ऊर्जा अब पहले जैसी नहीं रही है।
सानिया ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ इसके ढेर सारे कारण हैं। मैं नहीं खेलूंगी, यह कहने में जितना आसान है उतना है नहीं। मुझे लगता है कि मेरे ठीक होने में अधिक समय लग रहा है। मेरा बेटा तीन साल का है, मैं उसके साथ इतनी यात्रा करके उसे जोखिम में डाल रही हूं, यह कुछ ऐसा है जिसे मुझे ध्यान में रखना है। मेरा शरीर कमजोर हो रहा है। आज मेरा घुटना बहुत दर्द कर रहा था और मैं यह नहीं कह रही कि हम इस वजह से हार गए, लेकिन मुझे लगता है कि जैसे-जैसे मेरी उम्र बढ़ रही है, ठीक होने में समय लग रहा है। ”
उल्लेखनीय है कि 35 वर्षीय सानिया मिर्जा ने मार्च 2019 में बेटे को जन्म देने के बाद टेनिस में वापसी की थी, लेकिन बाद में कोरोना महामारी ने उनकी खेल में प्रगति को प्रभावित कर दिया।
उल्लेखनीय है कि सानिया मिर्जा 2003 से 2013 में लगातार एक दशक तक महिला टेनिस संघ के एकल और डबल में शीर्ष पर भारतीय टेनिस खिलाड़ी के स्थान पर रहीं थी। मात्र 18 वर्ष की आयु से टेनिस खेल को लेकर चर्चित होने वाली इस खिलाड़ी को 2006 में ‘पद्मश्री’ सम्मान दिया गया था। इसके साथ ही सानिया यह सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं।
सानिया को 2006 में अमेरिका में ‘मोस्ट इम्प्रेसिव न्यू कमर एवार्ड’ प्रदान किया गया था। 2003 में उन्हें भारत की तरफ से वाइल्ड कार्ड एंट्री मिलने के बाद सानिया मिर्ज़ा ने शानदार तरीके से विम्बलडन में डबल्स के दौरान जीत हासिल की। भारत की तरफ से 2009 में सानिया मिर्जा ग्रैंड स्लेम जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं।
वर्ष 2004 में बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें भारत सरकार ने 2005 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया था। 2005 के अंत में सानिया की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग 42 थी जो उस समय किसी भी भारतीय टेनिस खिलाड़ी के लिए सबसे ज्यादा थी।