तिरूपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करने मंगलवार को तिरुपति पहुंचे। जहां उन्होंने उद्घाटन के बाद सभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि टेकेनॉलोजी और मेनोफेचरिंग में विकास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा हमारे सबसे अच्छे विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थानों को वैश्विक स्तर पर मजबूत करना चाहिए। तकनीक के क्षेत्र में 2030 में भारत टॉप 3 देशों में होगा शामिल होगा। हम तकनीक पर हमेशा ध्यान रखेंगे और विकास के लिए उनका लाभ उठाने को हमेशा तैयार रहेंगे। एक और वैज्ञानिक वितरण के लिए सशक्त विज्ञान इसमें कारक है।
हमें विज्ञान वितरित करना चाहते हैं, इसे विवश नहीं होना चाहिए। वहीं इससे पहले भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. नारायण राव ने कहा कि इस भारतीय विज्ञान कांग्रेस का विषय राष्ट्रीय विकास के वास्ते विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी होगा। उन्होंने बताया कि विज्ञान कांग्रेस का मुख्य स्थल विश्वविद्यालय में श्रीनिवास सभागार है जहां प्रधानमंत्री नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं समेत मशहूर वैज्ञानिकों की सभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि देशभर के 14,000 वैज्ञानिकों और विद्वानों के अलावा अमेरिका, जापान, इस्राइल, फ्रांस और बांग्लादेश जैसे विभिन्न देशों के छह नोबेल पुरस्कार विजेता भी इसमें हिस्सा लेंगे।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं को प्रधानमंत्री द्वारा स्वर्ण पदक प्रदान कर सम्मानित भी किया जाएगा। राव ने बताया कि उद्घाटन भाषण के बाद मोदी विश्वविद्यलाय में चाय कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार विजेताओं, मशहूर भारतीय वैज्ञाकिों, गणमान्य अतिथियों एवं शीर्ष अधिकारियों समेत 50 लोगों के साथ संक्षिप्त संवाद भी करेंगे। उन्होंने बताया कि तिरूपति दूसरी बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबारी कर रहा है। पहली बार 1983 में यहां 70 भारतीय विज्ञान कांग्रेस हुई थी। इस साल यह 104 वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस है। बाद में दोपहर को प्रधानमंत्री तिरूमाला पहाड़ी पर भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। मंदिर सूत्रों ने यह जानकारी दी।