औरैया, उत्तर प्रदेश के औरैया जिले की अजीतमल कोतवाली परिसर में शव को रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने वाले 23 लोगों के खिलाफ पुलिस ने महामारी गाइडलाइन के उल्लघंन और तोड़फोड़ के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हैदरपुर गांव निवासी बृजेश ने कुछ दिन पूर्व गांव के ही गौरव और प्रिंस के खिलाफ दलित उत्पीड़न और पास्को एक्ट का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सोमवार को गौरव के नाना रामकिशन की छत से गिरकर मौत हो गयी थी, जिस पर परिजनो ने नामजद अशोक कुमार, ओमजी, बृजेश कुमार पर मानसिक प्रताडना का आरोप लगाकर दस लाख रूपये की मांग की।
पुलिस ने गोपाल द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और रामकिशन के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया था। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को कोतवाली परिसर में रख कर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों में से 24 से अधिक लोगोें को हिरासत में ले लिया था। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला आने पर कुछ लोगों को छोड़ दिया गया था।
कोतवाली निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि थाने में शव को प्रदर्शन करते हुये कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन करने और थाने में पड़ी मेज कुर्सियां तोड़ने के आरोप में 23 लोगो के खिलाफ धारा 147, 148, 353, 427, 188, 269, 271 व 7 सीएलए के तहत मामला पंजीकृत किया गया है। हिरासत में लिये गये आरोपियों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया।