दमिश्क, तुर्की के सुरक्षा बलों ने सीरिया के उत्तर-पश्चिमी प्रांत इदलिब में सीरियाई बलों के ठिकानों पर ड्रोन से हमले किये जिसमें 26 सीरियाई सैनिकों की मौत हो गयी।
मानवाधिकार संगठन ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने बताया कि तुर्की के ड्रोन विमानों ने इदलिब में शनिवार को सीरियाई सरकारी बलों और वाहनों को निशाना बनाया। शुक्रवार को भी इसी तरह के हमलों में 48 सीरियाई सैनिक मारे गये थे। सीरिया सुरक्षा बलों के हवाई हमले में गुरुवार को तुर्की के 34 सैनिकों के मारे जाने के बारे से तुर्की ने सीरियाई बलों पर हमले तेज कर दिये हैं।
संगठन ने बताया कि तुर्की के ड्रोन विमानों ने 18 सीरियाई वाहनों को भी नष्ट कर दिया। तुर्की समर्थित विद्रोहियों ने पिछले चार दिनों में 14 गांवों और कस्बों पर कब्जा कर लिया है जिनमें रणनीतिक शहर साराकेब भी शामिल है। साराकेब को विद्रोहियों के कब्जे से छुड़ाने के लिए सीरियाई सुरक्षा बल लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन उन्हें अब तक कामयाबी नहीं मिल सकी है।
इस बीच तुर्की ने सीरिया में अपने सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है। गत दो फरवरी से लगभग 3,000 सैन्य वाहनों और 8,000 तुर्की सैनिकों ने सीरिया के विभिन्न क्षेत्रों में प्रवेश किया है। पिछले दो दिन में तुर्की के कई सैन्य वाहनों और सैनिकों ने सीरिया में प्रवेश किया क्योंकि तुर्की की निगरानी वाले क्षेत्रों से हटने के लिए सीरियाई सैनिकों को दी गई 29 फरवरी की समय सीमा समाप्त हो गयी है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने यह समय सीमा तय की थी।
सीरियाई विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि तुर्की इदलिब में आतंकवादी समूहों का समर्थन कर रहा है, जिसमें अल कायदा से जुड़े आतंकवादी प्रमुख हैं। बयान में कहा गया है कि सीरियाई सेना आतंकवादी समूहों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।