मुंबई, दुनिया की सबसे ज्यादा वजन वाली महिलाओं में से एक मिस्र की 36 वर्षीय एमन अहमद वजन घटाने का इलाज कराने के लिए आज यहां पहुंच गयीं। मिस्र के एक विमान से भारत आने वाली एमन करीब चार बजे मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरीं। उनका इलाज करने वाले चिकित्सकों ने कहा कि सर्जरी से पहले एमन करीब एक महीने तक निगरानी में रहेगी। वह 25 वर्षों से अपने घर से बाहर नहीं निकली हैं। दुनिया की सबसे मोटी महिलाओं में से एक एमन अभी मुंबई के बेरिएट्रिक सर्जन मुफ्फाजल लकड़ावाला और उनकी टीम की देखरेख में हैं।
लकड़ावाला के एक सहायक ने बताया कि वे एमन का करीब तीन महीने से इलाज कर रहे हैं और उन्होंने मिस्र के अलेक्जेंड्रिया शहर से घर के बिस्तर पर ही लेटे रहने को मजबूर एमन को लाने के लिए सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाये। डॉक्टरों ने कहा, एमन की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं को देखते हुए उसे मुंबई लाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। मुंबई के सैफी अस्पताल के बेरिएट्रिक सर्जरी विभाग की प्रमुख और सेन्टर ऑफ ओबेसिटी एंड डाइजेस्टिव सर्जरी में एडवांस्ड लैप्रोस्कोपिक एंड बेरिएट्रिक सर्जन अर्पणा गोविल भास्कर और गंभीर और गहन चिकित्सा विभाग के सीनियर इनटेंसिविस्ट कमलेश बोहरा, एमन के साथ थे।
डॉक्टरों ने कहा, वह अपनी बहन शैमा अहमद के साथ आज सुबह यहां पहुंची। ज्यादा वजन और पिछले 25 वर्षों से कहीं ना जाने के कारण यात्रा के दौरान हो सकने वाले खतरों से निबटने की तैयारियों के लिए पिछले दस दिन से डॉक्टरों का एक दल मिस्र में था। एमन की सुरक्षा की जरूरतों के अनुसार मिस्र के स्थानीय कारीगरों ने विमान में एक विशेष बेड बनाया। एहतियाती तौर पर पर विमान में पोर्टेबल वेंटिलेटर, डिफाइब्रिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य दवाइयों समेत सभी आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की गयी। एमन को जरूरी चिकित्सा उपकरणों से लैस एक ट्रक से सैफी अस्पताल लाया जा रहा है, जहां उनके लिए एक विशेष कक्ष बनाया गया है।