अयोध्या, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद देश दुनिया के करोड़ो रामभक्त अपने आराध्य के भव्य मंदिर में दर्शन को आतुर हैं और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह रामभक्तों को गौरव की अनुभूति करायेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने आज यहां प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर एवं श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन-पूजन करने के उपरांत कहा कि 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा समारोह भारत के गौरव का कार्यक्रम है। उन्होंने रामकथा संग्रहालय में प्रशासनिक समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 500 वर्ष के बाद श्रीरामजन्मभूमि परिसर में भव्य और दिव्य बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न होगा। यह देशवासियों के लिये गर्व की बात है। प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गयी हैं और जो काम शेष बचा हैं, वह एक-दो दिन में पूरा हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन द्वारा श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां की जा रही हैं। आम जनमानस में उत्साह है, लोगों में उमंग है कि पांच सौ वर्षों बाद यह अवसर आया है कि प्रभु श्रीराम भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान होंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 23 जनवरी के बाद श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट यह तय करेगा कि आम श्रद्धालुओं को कब से दर्शन सुलभ कराये जायें। उन्होंने कहा कि लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर आदि मार्गों को ग्रीन कोरीडोर बनाया गया है जिससे अयोध्या धाम आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकर की दिक्कतों का सामना न करना पड़े। अयोध्या में टेंट सिटी बनायी गयी है जो फाइव स्टार होटल से कम नहीं है। यहां पर धर्मशाला और होटल भी हैं जहां श्रद्धालु रुकना चाहें वहां रुक सकते हैं। राज्य सरकार स्थानीय प्रशासन से बेहतर तालमेल बनाये हुए है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे पैदल न आयें क्योंकि शीतलहरी चल रही है।
मुख्यमंत्री ने प्राण प्रतिष्ठा समीक्षा बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करें तथा मण्डलायुक्त इसकी नियमित समीक्षा करते रहें। उन्होंने अयोध्या का भ्रमण करते हुए स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि 22 जनवरी के रामलला प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां पूर्ण कर ली जायं। मुख्यमंत्री अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हनुमानगढ़ी, जन्मभूमि पर दर्शन किया उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिये मंदिर परिसर में की जा रही तैयारियों का भी बारीकी से निरीक्षण किया। नगर निगम द्वारा निर्माणाधीन ग्रीन सिटी व टाउनशिप का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सरयू नदी के पुराने पुल के पास स्थित कच्चा घाट से सौर ऊर्जा से संचालित बोर्ड का भी शुभारम्भ किया।
उन्होंने कहा कि पूरे अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी रहेगी। इस मौके पर सुरक्षा जैकेट भी उपलब्ध कराया गया। मुख्यमंत्री ने पूर्व जगद्गुरू श्रीरामभद्राचार्य से मुलाकात कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, सांसद लल्लू सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रोली सिंह, नगर निगम मेयर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, विधायक डा. अमित सिंह चौहान, विधायक रामचन्द्र यादव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक पियूष मौर्या, अयोध्या मण्डलायुक्त गौरव दयाल, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी नितीश कुमार, एसएसपी राजकरण नैय्यर, नगर आयुक्त विशाल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अनीता यादव सहित तमाम अधिकारी उपस्थित थे।