नई दिल्ली, अनुभवी भारतीय गोलकीपर सुब्रत पॉल को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने इस वर्ष डोपिंग नियमों के उल्लंघन के आरोप में बड़ी राहत देते हुए उनके अस्थायी निलंबन को रद्द कर मात्र चेतावनी देकर छोड़ दिया है। नाडा ने बताया कि फुटबालर पॉल ने साबित कर दिया है कि उन्होंने नियम उल्लंघन जानबूझकर नहीं किया था।
वहीं नाडा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ( को राष्ट्रीय टीम के डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये हैं। पॉल का डोप नमूना 18 मार्च को मुंबई में नाडा ने प्रतियोगिता से बाहर लिया था। पॉल को जांच में पॉजिटिव पाया गया था। नाडा ने अपने जारी बयान में कहा कि इस मामले में डोपिंग नियम उल्लंघन के आधार के लिये एक निश्चित पदार्थ होना चाहिये लेकिन एथलीट ने यह साबित कर दिया है कि उसने जानकर उल्लंघन नहीं किया है। नाडा के कोड के आधार पर सुब्रत पॉल को चेतावनी देकर छोड़ा जा रहा है और उन पर लगाया गया निलंबन भी रद्द किया जाता है।