दिल्ली, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का पहला बड़ा विस्तार हो गया है। मंत्रिमंडल में जहां २० मंत्रियों को शपथ दिलायी गयी वहीं ०५ मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है। 19 नए मंत्री शामिल किए गए हैं। जबकि प्रकाश जावड़ेकर को कैबिनेट रैंक में पदोन्नति दी गई है। अबतक जावड़ेकर स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री थे।पांच पुराने मंत्रियों निहालचंद, रामशंकर कठेरिया, सांवरलाल जाट, मनसुखभाई डी वासवा अौर एमके कुंदरिया ने इस्तीफा दिया है।
राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सांसदों में अजय टम्टा, अजरुन राम मेघवाल, कृष्णा राज, रामदास अठावले, रमेश सी जिगाजिनागी शपथ लेने वाले दलित सांसदों में शामिल हैं। मोदी सरकार में शामिल किए गए अन्य मंत्रियों में अनुप्रिया पटेल, एस एस अहलूवालिया, पी पी चौधरी, सी आर चौधरी, एम जे अकबर, जे भाभोर, पुरषोत्तम रूपाला, मनसुखभाई मंडाविया, एस आर भामरे, महेंद्र नाथ पांडेय, ए एम दवे और राजन गोहैन शामिल हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल नए मंत्री मुख्यतः मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, यूपी, पश्चिम बंगाल का खास ध्यान रखा गया है। यूपी, मध्यप्रदेश और गुजरात से तीन-तीन जबकि राजस्थान से चार मंत्री बनाए गए हैं। महाराष्ट्र से दो मंत्री बनाए गए हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश और गुजरात में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में इन राज्यों का प्रतिनिधित्व केंद्रीय मंत्रिमंडल में बढ़ाने की चर्चा पहले से थी। शिवसेना कोटे से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया।75 साल से ऊपर के नेताओं को मंत्री नहीं बनाया गया।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में केंद्र सरकार के तकरीबन सभी मंत्री, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई गणमाण्य अतिथि मौजूद थे।
इस बदलाव से पहले मोदी ने कहा कि इसे फेरबदल नहीं, विस्तार कहिए।मई 2014 में सरकार बनने के बाद पिछला और इकलौता फेरबदल नवंबर 2014 में हुआ था।मोदी 7 जुलाई को चार अफ्रीकी देशों की विजिट पर रवाना हो रहे हैं। इसके पहले वो कैबिनेट में फेरबदल करना चाहते थे।