6 दिसंबर की घटना को 23 साल पूरे हो गए और इस मौके पर एक बार फिर राममंदिर पर सियासत गरमाने लगी है. एक ओर संत समाज राम मंदिर निर्माण के लिए हुंकार भर रहा है तो दूसरी ओर यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद बनाए जाने की वकालत की है.उन्होंने कहा कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद बनाई जानी चाहिए.आजम खान ने कहा कि बीजेपी को उसी जगह पर बाबरी मस्जिद बनवाकर देश को संदेश देना चाहिए कि अब कोई धर्मस्थल को तोड़ा नहीं जाएगा. हम बीजेपी और आरएसएस को आश्वस्त कर देना चाहते हैं कि अगर उन्होंने उसी जगह पर बाबरी मस्जिद बनवाई तो देश के सारे मुसलमान उनकी सत्ता की वापसी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.आजम खान ने बीजेपी को नसीहत भी देते हुए कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में बने रहना चाहती है तो उसे आरएसएस को बैन कर देना चाहिए.
लेकिन साध्वी प्राची ने कहा कि अगर राम मंदिर अयोध्या में नहीं मिलेगा तो क्या मक्का-मदीना में बनेगा.साध्वी ने कहा कि सूरज अपनी गरिमा छोड़ सकता है, चंद्रमा अपनी शीतलता का परित्याग कर सकता है और सागर अपनी सीमाओं का उल्लंघन कर सकता है, पर राम जन्मभूमि पर संसार की कोई ताकत नहीं कि वहां मंदिर बनने से कोई रोक सकेगा. मंदिर राम जन्मभूमि पर नहीं बनेगा तो क्या मक्का-मदीना में बनेगा.’