नई दिल्ली, गोहत्या और बीफ खाने को लेकर जारी विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मेघालय के 2 पार्टी नेताओं के बीफ के मुद्दे पर इस्तीफा देने के बाद अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पूर्वोत्तर दौरे से पहले यहां के राज्यों की भाजपा इकाइयों के कई अध्यक्षों ने उन्हें आगाह किया कि बीफ का मुद्दा पार्टी के राजनीतिक मंसूबों पर भारी पड़ सकता है।
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार पूर्वोत्तर के राज्य प्रमुखों के अनुसार बीफ के मुद्दे से पार्टी को नुक्सान पहुंच सकता है। भाजपा की असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम के प्रदेश अध्यक्षों ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में बीफ पर पाबंदी नहीं लगनी चाहिए। बीफ के मुद्दे पर असम भाजपा के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने कहा कि अधिसूचना में बदलाव की जरूरत पड़ सकती है।
नगालैंड भाजपा के अध्यक्ष विसासोली लहोंगू ने कहा कि नगालैंड में लोगों के लिए ये चिंता का विषय है। इससे ये संदेश जा सकता है कि भाजपा पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति के खिलाफ है। अमित शाह अगले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश का दौरा करने वाले हैं। पिछले कुछ सालों में भाजपा ने पूर्वोत्तर में अपनी पहुंच बढ़ाई है। भाजपा 2019 के लोक सभा चुनाव में पूर्वोत्तर की सभी 24 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है।