शिमला, हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर राज्य के पांच जिलों की 80 पंचायतों को हाॅटस्पाॅट घोषित कर दिया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से सम्बंधित जिलों के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मामले बढ़ रहे उन क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर दिया जाये ताकि यह वायरस आगे न फैल सके। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पांच जिलों की 80 पंचायतों को पूरी तरह सील कर दिया गया है जहां इस तरह के मामले बढ़ रहे थे। हॉटस्पाॅट घोषित ये पंचायतें कांगड़ा, चम्बा, सिरमौर, सोलन और ऊना जिले की हैं। सरकार ने इसके अलावा सभी धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए हैं ताकि सोशन डिस्टेंगिंग का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन हाॅटस्पाट में कर्फ्यू के दौरान कोई छूट नहीं दी जाएगी। हाॅटस्पाट में आवश्यक वस्तुओं को होम डिलीवरी के माध्यम से दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से अपने जिलों में होम डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में वाहनों को चलाने, लोगों के बाहर निकलने और उनके आने-जाने पर प्रतिबंध रहेगा तथा सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। राज्य सरकार लोगों को मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। ये कदम कोरोना को फैलने से रोकने में मददगार साबित होंगे।
उल्लेखनीय है कि सोलन जिले में नालागढ़, बद्दी, बरोटीवाला के अलावा 42 पंचायतों को कोरोना हाॅटस्पाट घोषित किया गया है। वहीं, सिरमौर में मिश्रवाला, तारुवाला और लोहगढ़ समेत पंचायतें शामिल है। वहीं, कांगड़ा जिले में इंदौरा उपमंडल का गंगथ क्षेत्र शामिल है। ऊना में नकड़ोह, रामनगर, अमलैहड़ और कैलाश क्षेत्र पहले ही सील किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना का कोई नया मामला पाॅजिटिव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि आज राज्य में कोविड-19 के 114 व्यक्तियों की जांच की गई जिनमें 57 सैम्पल नैगेटिव पाए गए जबकि शेष 57 सैंपलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। दो मामले संदिग्ध हैं जिनकी रिपोर्ट आज आने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 5035 व्यक्तियों को कोरोना वायरस की निगरानी में रखा गया था। इनमें से 2556 लोगों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है।