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बिहार में बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत, सबसे ज्यादा मौतें इस जिले से?

पटना, बिहार में आंधी और बारिश के दौरान बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत हो गयी जबकि कई अन्य व्यक्ति झुलस गए।

आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिजली गिरने से राज्य के 23 जिलों में कुल 83 लोगों की मौत हुई है, जिसमें गोपालगंज में सबसे ज्यादा 13 लोग हताहत हुए हैं।

इसके अलावा, नवादा एवं मधुबनी में आठ—आठ, सिवान एवं भागलपुर में छह—छह, पूर्वी चंपारण, दरभंगा एवं बांका में पांच—पांच, खगड़िया एवं औरंगाबाद में तीन—तीन, पश्चिम चंपारण, किशनगंज, जहानाबाद, जमुई, पूर्णिया, सुपौल, बक्सर एवं कैमूर में दो-दो और समस्तीपुर, शिवहर, सारण, सीतामढ़ी एवं मधेपुरा में एक-एक व्यक्ति की वज्रपात की चपेट में आकर मौत हो गयी है।

जिलों से प्राप्त रिपोर्ट में कहा गया है कि बिजली गिरने से 20 से अधिक लोग घायल हो गए है जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आंधी और बारिश से लोगों के घरों और संपत्ति की भी व्यापक स्तर पर क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वज्रपात से मरने वालों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं।

मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं।

उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।

मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य के अधिसंख्य भागों में अगले 72 घंटों के दौरान भारी से अत्यंत भारी वर्षा होने एवं वज्रपात की आशंका है।

विभाग के अनुसार इसका मुख्य प्रभाव नेपाल के तराई से सटे और उत्तर एवं मध्य बिहार के पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, शिवहर, सीतामढी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज एवं कटिहार में रहने की संभावना है।

मौसम विभाग ने नागरिकों को उचित सावधानी एवं सुरक्षा उपाय बरतने की सलाह दी है।