नई दिल्ली,श्रीलंका में पिछले चार दिनों से जारी प्रदर्शनों के बीच नौ मुस्लिम मंत्रियों और दो गवर्नर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने जांच में सहयोग देने के लिए ये कदम उठाया है. क्योंकि उनमें से कुछ अधिकारियों पर धमाकों के आरोप लगे थे.
इसमें से कुछ मंत्रियों पर आईएसआईएस से जुड़े स्थानीय इस्लामिक समूह नेशनल तौहीद जमात के साथ संबंध होने के आरोप लगे हैं. इस संगठन को ही ईस्टर पर हुए घातक आत्मघाती हमलों का जिम्मेदार माना गया है. इन मुस्लिम नेताओं ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सरकार की कथित विफलता को लेकर भी विरोध प्रदर्शन किया था. यहां पर मुस्लिमों की आबादी कुल आबादी 2.1 करोड़ का 9 फीसदी है.
बता दें कि 21 अप्रैल को तीन चर्च और तीन होटलों में किए गए विस्फोट में 253 लोगों की मौत हो गई थी. इस भीषण आतंकी हमले के कुछ दिन बाद श्रीलंका के हालात सामान्य हो गए. इस हमले को 9 आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया था. श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हुए 8 सीरियल बम धमाकों ने पूरी दुनिया को दहला दिया था. इन धमाकों के पीछे ‘नेशनल तौहीद जमात’ आतंकी संगठन का हाथ सामने आया. तौहीद जमात एक इस्लामिक चरमपंथी संगठन है.