नयी दिल्ली, देश में 90 फीसदी से अधिक पुलिस थाने सभी प्राथमिकियों की जानकारियां अखिल भारत पुलिस नेटवर्क में दर्ज कर रहे हैं और इससे जांचकर्ताओं को किसी भी राज्य से अपराधों और अपराधियों की जानकारियां तत्काल मिल जाएंगी। साल 2009 में शुरू किए गए अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क एंव प्रणाली (सीसीटीएनएस) के पास आठ करोड़ से अधिक मामलों से संबंधित जानकारियां हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘करीब 15,640 पुलिस थानों में से अब 14,243 पुलिस थाने सीसीटीएनएस के जरिए 100 प्रतिशत प्राथमिकियां दर्ज कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि 15,640 पुलिस थानों में से 15,546 थानों में यह प्रणाली लगाई गई है जो 99.39 फीसदी है। तत्कालीन रिपीट तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने 2008 में मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद सीसीटीएनएस की अवधारणा रखी थी।
इसका मकसद 29 राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों में फैले कोर एप्पलीकेशन सॉफ्टवेयर (सीएएस) में अपराध के सभी डेटा और रिकॉर्डों का संग्रह करना है। सीसीटीएनएस से जांचकर्ताओं को देश भर के अपराध और आपराधियों की जानकारियां तुरंत मिल जाएगी। इसमें सभी पुलिस थानों में प्राथमिकियों, जांच और आरोपपत्रों से संबंधित जानकारियों का डिजीटलीकरण किया जाएगा। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इससे अपराधों और अपराधियों का राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार हो जाएगा।