आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ी यह महिला, अब चाहती है वापस लौटना
October 23, 2019
लंदन, आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ने के लिए 2015 में 15 साल की उम्र में सीरिया गई शमीमा बेगम अब ब्रिटेन लौटना चाहती है और इसके लिए उसने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अपील की शुरुआत भी कर दी है। दरअसल ब्रिटिश सरकार ने सुरक्षा कारणों से बेगम की नागरिकता खत्म कर दी थी ताकि वह लंदन नहीं लौट सके।
बेगम पूर्वी लंदन से 2015 में चुपके से अपने घर से सीरिया में आतंकवादी संगठन से जुड़ने के लिए चली गई थी और फिलहाल वह उत्तरी सीरिया में कुर्द लड़कों द्वारा चलाए जा रहे शिविर में रह रही है।
अब बेगम की उम्र 20 साल है और वह ब्रिटेन लौटने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही है और उसकी अपील विशेष आव्रजन अपील आयोग (एसआईएसी) में इस सप्ताह सुनी जा रही है।
ब्रिटेन के कानून के अनुसार एक व्यक्ति की कानूनी तौर पर नागरिकता खत्म की जा सकती है लेकिन उसे राज्य विहीन नहीं किया जा सकता। ब्रिटिश सरकार का कहना है कि बेगम के पास बांग्लादेश की दोहरी नागरिकता उसके माता-पिता के जरिए है, हालांकि बांग्लादेश ने इस तरह के किसी भी अधिकार से इनकार किया है।
बेगम के परिवार की ओर से उसका प्रतिनिधित्व करने वाली वकील तस्नीमे अकुनजी ने कहा कि बेगम की अपील की दलील इस केंद्र बिंदू के आस-पास होगी कि उसके आतंकवादी पति ने उसके साथ दुष्कर्म किया था।
गृह मंत्री प्रीति पटेल पहले ही कह चुकी हैं कि ऐसे लोगों को देश में आने की अनुमति नहीं मिलेगी जो देश का नुकसान करेंगे।
बेगम ने जब सीरिया पहुंचने के बाद इस्लामिक स्टेट के डच आतंकवादी यागो रियेदीक से शादी कर ली तो बेगम को आईएसआईएस ब्राइड (आईएसआईएस दुल्हन) करार दिया गया था। इस साल फरवरी में बेगम गर्भावस्था में सीरिया के शिविर में मिली थी और उसके बच्चे जराह की मौत जन्म के कुछ दिनों बाद ही सीने में संक्रमण की वजह से हो गई थी।