लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों की सहूलियत के लिए गन्ना एप लॉन्च किया है.
यह दावा किया है कि इस एप के जरिए गन्ना बकाया भुगतान समेत किसानों की कई समस्याओं का समाधान आसानी से हो सकेगा,
साथ ही किसानों को टेक्नोलॉजी से जोड़कर उनकी दिक्कतों को दूर करने की हर मुमकिन कोशिश की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों के लिए गन्ना मोबाइल ऐप लॉन्च कर दिया.
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यूपी के लोकभवन में ऐप लॉन्च करते हुए सीएम योगी ने कहा कि तीस वर्षों से उठ रही मांग को ध्यान में रखते हुए फिर से रमाला चीनी मिल
शुरू की गई है.
योगी ने पूर्व की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने गन्ना समितियों को कमजोर किया गया,
गन्ना माफिया हावी हुए, पर्चियों की कालाबाजारी शुरू हुई, गन्ना की घटतौली होने लगी, इन सभी पर हमने रोक लगाई है.
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सीएम योगी ने कहा कि पिछले पंद्रह सालों में लोगों ने मान लिया था कि गन्ना लगाना घाटे का काम है, लेकिन जल्द ही हमने इसे लाभ का काम
बना दिया. जिससे 50 लाख किसानों को लाभ होगा, हम वहीं कदम उठाएंगे. गन्ना किसानों के बीच सीएम योगी ने कहा कि किसान हम सबके
लिए अन्नदाता हैं. पीएम मोदी ने हाशिए पर पड़े किसानों को राजनीति की मुख्य धारा में लाए. पीएम ने ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे को
सार्थक किया है.
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि आज मुख्यमंत्री का कुशल नेतृत्व है, जिसमें रिकॉर्ड तोड़ किसानों का भुगतान हुआ है.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की नीतियों का ही असर है कि किसान आज खुश हैं.
पहले उत्तर प्रदेश में केवल 20.52 हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र था, आज 28 लाख हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र है.
सुरेश राणा ने कहा कि 28 लाख किसान गन्ना ऐप से जुड़ा है.
इस बार 64 करोड़ क्विंटल से बढ़कर 112 करोड़ क्विंटल गन्ने की पिराई हुई है.
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गन्ना कृषकों की सुचारू रूप से सही गन्ना आपूर्ति हेतु पर्चियों के निर्धारण तथा पर्ची निर्गमन में पूर्ण पारदर्शिता लाने एवं एकरूपता के उद्देश्य से प्रदेश में विभाग द्वारा वर्तमान पेराई सत्र से सर्वे डेटा, कापी कैलेण्डर, गन्ना कैलेण्डर, पर्चियों के निर्गमन आदि हेतु प्रदेश में एकीकृत नई गन्ना ई.आर.पी. प्रणाली अपनाई गई है ताकि शासन के मंशानुरूप अपेक्षित परिणाम प्राप्त हो सकें।
गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग की ई.आर.पी. ऐसी व्यवस्था है जिसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के समस्त गन्ना किसानों की गन्ना सर्वे, बेसिक कोटा, सट्टा, गन्ना कैलेंडरिंग, पर्चियां के निर्गमन, गन्ना आपूर्ति, भुगतान की जानकारी एक ही पोर्टल पर एक समान साॅफ्टवेयर पर उपलब्ध कराई जायेगी। गन्ना कृषक ई.आर.पी. से संबंधित वेबसाइटअथवा विभाग की वेबसाइट ूूू पर उपलब्ध लिंक पर जाकर ई.आर.पी पोर्टल से समस्त जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं एवं ’’ई-गन्ना एप’’ के माध्यम से भी अपने सर्वे, कैलेंडर, एवं पर्ची की समस्त जानकारियां प्राप्त कर सकते है। इस व्यवस्था में चीनी मिलों पर किसी प्रकार की निर्भरता नही रहेगी एवं मिलों के अनावश्यक हस्तक्षेप नही हो पायेगा।