संविधान स्वीकारे जाने के 70 साल पूरे होने पर, संसद मे होगा ये आयोजन
November 22, 2019
नयी दिल्ली, भारत में संविधान स्वीकारे जाने के 70 साल पूरे होने के मौके पर 26 नवंबर को संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक आयोजित की जायेगी।
लोकसभा सचिवालय के एक अधिकारी ने ‘भाषा’ को बताया कि करीब दो घंटे तक चलने वाली इस बैठक को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उपस्थित रहेंगे।
सूत्रों ने बताया कि दोनों सदनों के इस संयुक्त सत्र में पूर्व प्रधानमंत्रियों और पूर्व राष्ट्रपतियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। संविधान दिवस पर यह कार्यक्रम सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू होगा। 26 नवंबर 1949 के दिन भारत के संविधान को संविधान सभा ने स्वीकार किया था, इसलिए इस दिन को संविधान दिवस या कानून दिवस के नाम से भी जाना जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्तूबर 2015 को मुंबई में डॉ भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी’ स्मारक की आधारशिला रखते हुए घोषणा की थी कि 26 नवंबर राष्ट्रीय संविधान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा था कि इस सत्र के दरमियान 26 तारीख को हमारा संविधान दिवस है, जब हमारे संविधान के 70 साल हो रहे हैं ।
उन्होंने कहा था, ‘‘यह संविधान देश की एकता, अखंडता, भारत की विविधता, भारत के सौंदर्य को अपने में समेटे हुए है और देश के लिए चालक ऊर्जा शक्ति है। तो संविधान के 70 साल पूरे होने का मौका अपने आप में, इस सदन के माध्यम से देशवासियों के लिए भी एक जागृति का अवसर बन सकता है।’’