अब धान की पराली से तैयार होगा इथेनॉल

पानीपत, धान की पराली से प्रतिदिन 100 किलोलीटर इथेनॉल तैयार होगा और इस संयंत्र के निर्माण पर 766 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

हरियाणा के पानीपत में स्थित इंडियन ऑयल कारर्पोशन लिमिटेड  की रिफाइनरी विंग के निदेशक एस0एम0 वैद्य ने शनिवार को पानीपत रिफाइनरी परिसर में पर्यावरण हितैषी टू.जी इथेनॉल संयत्र की आधारशिला रखी।

श्री वैद्य ने बताया इस संयंत्र से प्रतिदिन 100 किलो लीटर इथेनॉल का उत्पादन होगा। इथेनॉल तैयार करने में 425ण्5 मीट्रिक टन धान की पराली का इस्तेमाल होगा। यह परियोजना स्वदेशी रूप से विकसित तकनीक पर आधारित है। परियोजना पर करीब 766 करोड़ रूपए की लागत आएगी।

परियोजना में पंजाब, हरियाणा तथा आसपास के इलाकों की पराली के इस्तेमाल से इथेनॉल तैयार किया जाएगा। वहीं टू.जी इथेनॉल परियोजना में कच्चे माल के तौर पर पराली का प्रयोग करके इथेनॉल का उत्पादन किया जाएगा जिससे खेतों में पराली जलाना लगभग समाप्त हो जाएगा और इससे इस अंचल में होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी। साथ ही किसानों को आर्थिक लाभ होगा और आसपास के गांवों का विकास होगा।

इथेनॉल संयंत्र शुरू होने से हरियाणा में पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। इसका सीधा लाभ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को भी होगा। उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमेशा सजग है और इस तरह के पर्यावरण हितैषी योगदान देता है.इस अवसर पर आईओसीएल के कार्यकारी निदेशक संजय भटनागरए मुख्य महाप्रबंधक जीसी सिकंदर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।