नयी दिल्ली, देश को दहला देने वाले निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले मे नया मोड़आ गया है।
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के गुनाहगार विनय शर्मा ने राष्ट्पति द्वारा खारिज दया याचिका को उच्चतम न्यायालय में
मंगलवार को चुनौती दी।
विनय ने राष्ट्रपति के फैसले की समीक्षा का न्यायालय से अनुरोध किया है। विनय ने अपनी याचिका में कहा है कि उसकी दया याचिका
राष्ट्रपति ने जल्दबाजी में खारिज की है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गत एक फरवरी को विनय की दया याचिका खारिज कर दी है।
राजधानी के दक्षिण दिल्ली में निर्भया के साथ 16 दिसंबर 2012 को चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म किया था,
और उसे सड़क पर फेंक दिया गया था। बाद में उसे सिंगापुर के महारानी एलिजाबेथ अस्पताल एयरलिफ्ट करके ले जाया गया था।
वहां उसकी मौत हो गई थी।
इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जिसमे एक नाबालिग था, जिसे तीन साल के लिए सुधार गृह भेजा गया था।
एक आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली थी।
चार अन्य आरोपियों – मुकेश, अक्षय, विनय और पवन – को फांसी की सजा मिली थी।