नई दिल्ली,हाल ही में एक किताब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. दावा किया गया कि 40 साल पहले ही इस किताब में कोरोना वायरस का जिक्र हो चुका था. लोगों का कहना है कि 40 साल पहले लेखक ने अपनी किताब में कोरोना वायरस की भविष्यवाणी की थी. लेकिन अब एक और किताब में कोरोना वायरस की भविष्यवाणी का दावा करने की बात सामने आई है.
अब पता चला है कि एक अमेरिकी लेखिका ने आज से 12 साल पहले ही कोरोना वायरस जैसी महामारी की भविष्यवाणी कर दी थी. अमेरिकी लेखिका सिल्विया ब्राउन ने इसे लेकर एक किताब लिखी थी.अब उस किताब की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है. कहा जा रहा है कि सिल्विया ब्राउन ने अपनी किताब में जिस महामारी का जिक्र किया था, वो नोवल कोरोना वायरस ही है. कुछ लोग सिल्विया ब्राउन की भविष्यवाणी को बिल्कुल सटीक बता रहे हैं.
अमेरिकी लेखिका सिल्विया ब्राउन ने 2008 में एक नॉवेल लिखी थी. उस नॉवेल का नाम है- End of Days. इस किताब में लिखा गया है कि 2020 में पूरी दुनिया में एक भयानक महामारी फैलेगी. इसकी चपेट में दुनियाभर के देश आएंगे. इस किताब के कुछ पन्ने वायरल हो रहे हैं, जिसमें 2020 में दुनिया में महामारी फैलने का जिक्र है. इस किताब के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद अब लोग पूछ रहे हैं कि क्या सिल्विया ब्राउन की भविष्यवाणी सच साबित हुई?
2008 में सिल्विया ब्राउन ने सांस की किसी बीमारी के महामारी की तरह फैलने की भविष्यवाणी की थी. उन्होंने अपनी किताब में लिखा था कि ये महामारी पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लेगी. इस महामारी के दुनिया में फैलने का साल उन्होंने 2020 ही लिखा था. गूगल पर उनकी किताब के कुछ अंश मौजूद हैं. इसमें सिल्विया ब्राउन ने लिखा है-
‘साल 2020 में न्यूमोनिया की तरह की एक बीमारी पूरी दुनिया में फैलेगी. इस बीमारी की वजह से लोगों के फेफड़ों और सांस की नली पर बुरा असर पड़ेगा. इस बीमारी में कोई दवा काम नहीं करेगी.’
हालांकि इसके बाद सिल्विया ब्राउन ने ये भी लिखा है कि इसके बाद ये बीमारी अचानक से गायब हो जाएगी. किताब में लिखा गया है कि जिस तेजी से ये बीमारी फैलेगी, वैसे ही अचानक एक दिन ये बीमारी गायब हो जाएगी.
किताब में ये भी भविष्यवाणी की गई है कि दस साल बाद अचानक बीमारी फिर से लौटेगी. यानी सिल्विया ब्राउन की भविष्यवाणी के मुताबिक कोरोना वायरस साल 2030 में दोबारा लौटेगा. इसके बाद किताब में लिखा है कि दस साल बाद वापस लौटने के बाद ये बीमारी हमेशा के लिए गायब हो जाएगी. सिल्विया ब्राउन ने जिस तरह की बीमारी का जिक्र किया है, वो कोरोना वायरस से ही मिलती जुलती है. इसलिए लोग इसपर भरोसा कर रहे हैं. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि शायद सिल्विया ब्राउन ने अंदाजा लगाया हो और उसका अंदाजा सही निकला है. साल 2000 के आसपास में सार्स नाम की बीमारी भी इसी तरह से फैली थी. कुछ लोगों का कहना है कि सार्स बीमारी को देखकर ही इस तरह की बीमारी की सिल्विया ने कल्पना की होगी, जो सही साबित हुई.
फैक्ट चेक करने वाली एक वेबसाइट के मुताबिक सिल्विया ब्राउन ने जो भविष्यवाणी की थी, वो काफी हद तक कोरोना वायरस से मिलती जुलती है. ये महामारी की तरह पूरी दुनिया में फैली भी है. कुछ मामलों में ये काफी खतरनाक साबित हुई है तो कुछ मामलों में मामूली फ्लू की तरह. सबसे बड़ी बात है कि इसका इलाज अभी तक नहीं ढूंढा जा सका है. लेकिन सिल्विया ब्राउन की अचानक एक दिन इस बीमारी के गायब हो जाने की भविष्यवाणी समझ में नहीं आती. स्वास्थ्य विशेषज्ञ बता रहे हैं कि आने वाले दिनों में ये मामूली मौसमी बीमारी की तरह रह जाएगी. इसलिए सिल्विया की भविष्यवाणी को पूरी तरह से तो नहीं लेकिन आंशिक तौर पर सच माना जा रहा है.