नयी दिल्ली, देश को दहला देने वाले निर्भया दुष्कर्म एवं हत्या मामले के गुनाहगार पवन ने एक और पैंतरा चलते हुए एक बार फिर शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है और नाबालिग होने के दावे को लेकर मंगलवार को क्यूरेटिव याचिका दायर की।
पवन ने अपराध के समय नाबालिग होने संबंधी उसके दावे को खारिज किए जाने के उच्चतम न्यायालय के फैसले में सुधार की मांग की है।
पवन का कहना है कि वारदात के समय उसकी उम्र 18 साल से कम थी, यानी वह नाबालिग था,
इसलिए उसे अब फांसी पर नहीं लटकाया जा सकता है।
पवन की इस याचिका को पहले ख़ारिज कर दिया गया था।
उसपर पुनर्विचार करने का उसका अनुरोध भी गत 31 जनवरी को ठुकराया जा चुका है।