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दुनियाभर में लगातार बढ़ते कोरोना प्रकोप के बीच सामने आई ये अच्छी खबर

वाशिंगटन, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के दुनियाभर में लगातार बढ़ते हुए प्रकोप के बीच कुछ राहत देने वाली यह अच्छी खबर सामने आई है कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने इस वायरस को लेकर एक शोध किया है जिसके मुताबिक गर्मी, सूर्य के प्रकाश और हवा में मौजूद आर्द्रता के कारण यह वायरस जल्दी मर जाता है।

अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के विज्ञान सचिव विलियम ब्रायन ने गुरुवार को व्हाइट हाउस पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “ यदि हम कई प्रकार से कोरोना वायरस के संक्रमण की कड़ी देखते हैं तो हमें यह पता चलता है कि इसके संक्रमण के फैलने में एक कमजोर कड़ी भी है। हमने अपने अध्ययन में यह पता लगाया है कि गर्मी और आर्द्रता इसके संक्रमण की कमजोर कड़ी है।”

यदि ऐसा होता है तो आगामी गर्मी के मौसम में इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में काफी मदद मिल सकती है।

इस वायरस को लेकर की गयी शोध में यह पाया गया है कि यह वायरस तेज धूप के कारण अधिक तापमान में ज्यादा देर तक जीवित नहीं रह सकता। श्री ब्रायन ने हालांकि उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें कहा जा रहा है कि गर्मियों का मौसम आते ही यह महामारी समाप्त हो जाएगी।

अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने इस संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 के खिलाफ बये गये कार्य बल को यह उम्मीद है कि आगामी गर्मी के मौसम के दौरान हम काफी हद तक इस महामारी को पीछे छोड़ चुके होंगे।

गौरतलब है कि विश्व की महाशक्ति माने-जाने वाले अमेरिका में यह महामारी विकराल रूप ले चुकी है। यहां पर अब तक 868945 लोग इससे संक्रमित हुए हैं जबकि 49887 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में इस बीमारी से अब तक 77 हजार से अधिक लोग ठीक भी हुए हैं। अमेरिका में कोविड-19 संक्रमण के कारण मरने वालों का आंकड़ा 50 हजार के करीब पहुंचने वाला है।

कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप दुनिया भर में लगातार बढ़ता ही जा रहा है और अब तक विश्व के अधिकतर देशों में इस महामारी से एक लाख 90 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गयी है तथा 27.08 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं।

जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किये गये ताजा आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कोरोना वायरस से कुल 2708470 लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 190788 हो गयी है। विश्वभर में अब तक सात लाख से अधिक लोग इसके संक्रमण से पूरी तरह ठीक भी हुए हैं।