शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में गत एक माह से फंसे 158 प्रवासी कश्मीरी प्रवासी मजदूर छह प्राईवेट बसों में आज सुबह अपने राज्य के लिये रवाना हो गये। काेरोना महामारी के कारण प्रदेश में लाॅकडाउन और कर्फ्यू के बीच ये मजदूर यहां फंस गये थे तथा स्थानीय जामा मस्जिद में ठहरे हुये थे।
राज्य सरकार और शिमला जिला प्रशासन इन्हें अपने घर भेजने पर राजी हो गया था। शुक्रवार देर रात ये लोग शिमला के लक्कड़ बाजार बस अड्डे से सात निजी बसों में कश्मीर घाटी में अपने घरों के लिए रवाना हो गए है। हालांकि इस दौरान सोशन डिस्टेंसिंग नियमों का पालन नहीं हुआ। ये मजदूर कई दिनों से राज्य सरकार से कश्मीर लौटने की गुहार लगा रहे थे। कश्मीर घाटी से ये मजदूर हिमाचल में मेहनत मजदूरी करने आते हैं।
मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी(माकपा) सदस्य और शिमला के पूर्व महापौर संजय चैहान ने कहा कि राज्य के अनेक अन्य हिस्सों में भी कई प्रवासी मजदूर फंसे हैं। उन्होंने सरकार से इन मजदूरों को भी वापिस भेजने के इंतज़ाम करने की मांग की।