लखनऊ, प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के अलावा अन्य किसी रोग के मरीजों के इलाज न होने के कारण तमाम लोग मौत का शिकार हो रहे हैं। यह बात प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव अशोक यादव ने कही।
अशोक यादव ने कहा कि यूपी मे कोरोना से ज्यादा, बिना इलाज अन्य रोगों से लोगों की मौतें हो रहीं है। महासचिव , प्रसपा ने कहा कि सरकार तुरंत चिकित्सा व्यवस्था ठीक कराएं , अन्यथा कोरोना के नाम पर न जाने कितने सामान्य लोगो की मौत हो जाएगी ।
उन्होने बताया कि इस गंभीर समस्या के संबंधमे मैने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय शिवपाल सिंह यादव जी को फोन द्वारा अवगत करा दिया है। जल्द ही वह इस प्रकरण में प्रदेश के माननीय मुख्य मंत्री जी से वार्ता करेंगे।
कोरोना वायरस के खौफ को देखते हुए पिछले हफ्ते देशभर में लॉकडाउन कर दिया गया, लेकिन इसमें मेडिकल सेवाओं के अलावा अति आवश्यक जरूरी चीजों को इससे दूर रखा गया था, बावजूद इसके कई निजी अस्पतालों ने अस्पताल बंद कर दिया।
लेकिन 31 मार्च को उत्तर प्रदेश में मुख्य सचिव की ओर से प्रदेश के सभी निजी अस्पतालों को खोले जाने का निर्देश दिया गया है। उत्तर प्रदेश में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी की ओर से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश के सभी निजी अस्पताल खोले जाएं। पत्र में कहा गया है कि कई जिलों से ऐसी शिकायतें आ रही हैं कि कुछ निजी अस्पतालों की ओर से इस समय या तो अस्पताल बंद कर दिए या फिर उनकी ओर से अधिकांश मरीजों को देखा नहीं जा रहा है। ऐसे में जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वे तत्काल अस्पतालों को खुलवाने की व्यवस्था करें।
लेकिन हकीकत ये है कि पूरे प्रदेश में करोना के आलावा अन्य मरीजों का कही भी कोई इलाज नहीं हो रहा है। जिसमे ह्रदय घात ,कैंसर ,टी वी ,किडनी जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज न होने के कारण मरीज मृत्यु को प्राप्त हो रहें हैं। यहां तक कि छोटी- छोटी बीमारी बुखार, जुखाम, आँख, कान , नाक आदि का भी इलाज नहीं हो रहा है। सभी अस्पतालों में गेट बंद है पूछने पर जबाब दिया जा रहा कि हॉस्पिटल को कोरन्टाइन हेतु सरकार द्वारा रिजर्व किया गया ,अन्य कोई मरीज नहीं लिया जायेगा ,यह स्थित पूरे प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटलों की है।
कल आगरा में डॉ गिरीश यादव जो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता थे अचनाक बीमार हो गए थे ,परिवारीजन उनको लेकर SN मेडिकल कॉलेज आगरा ,अन्य सरकारी अस्पताल और प्राइवेट हॉस्पिटल सभी जगह ले गए किसी भी हॉस्पिटल में इलाज नहीं किया गया और अंत में गिरीश यादव का इलाज न होने के कारण निधन हो गया।
इसी तरह रामनरेश यादव निवासी रघुनाथ पुर कानपुर नगर पिछले एक हफ्ते से हृदय रोग संस्थान कानपुर में भर्ती हैं ह्रदय रोग से भयंकर पीड़ित है परन्तु कोई भी डॉ इलाज नहीं कर रहा यहां तक कि कोई सफाई कर्मी भी वार्ड में नहीं जा रहा, वह जीवन – मौत से जूझ रहे है इसी तरह आज इटावाः में ग्राम कथुआ निवासी राजनारायण यादव उर्फ़ पप्पू को अचानक ह्रदय घात हुआ उनके परिजन उनको लेकर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी इटावा लेकर गए। वहां उनका इलाज करने से मना कर दिया गया और कुछ समय बाद सैफई PGI के बाहर ही उनकी मृत्यु हो गई।