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उत्तराखंड में कोरोना के रिकार्ड 20 नये मामले, कुल संक्रमितों की संख्या 173 हुई

नैनीताल , उत्तराखंड में कोरोना महामारी का ग्राफ अभूतपूर्व तरीके से बढ़ता जा रहा है। पिछले दो सप्ताह में कोरोना ने यहां सभी रिकार्ड तोड़ दिये हैं। शनिवार दोपहर तक कोरोना के 20 नये मामले सामने के साथ प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 173 पहुंच गयी। दूसरी ओर स्वास्थ्य महकमे की ओर से दावा किया गया है कि कोरोना से आज किसी की मौत नहीं हुई है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कोरोना अब प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में अपने पांव पसारता जा रहा है। आज कोरोना ने चंपावत एवं पिथौरागढ़ जनपदों को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है। चंपावत जनपद में सबसे अधिक सात मामले सामने आये हैं। ये सभी प्रवासी हैं। खास बात यह है कि कुमाऊं के सभी छह जनपदों में कोरोना ने पांव पसार लिये हैं। पिथौरागढ़ और चंपावत जनपद अभी तक कोरोना के डंक से अछूते थे। पिछले 24 घंटो के दौरान कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है।

चंपावत के ये सभी सात मामले टनकपुर से जुड़े हुए हैं और जिन लोगों में कोराेना संक्रमण की पुष्टि हुई है उनकी उम्र 22 से 47 वर्ष के बीच है। इनके नमूने टनकपुर के कंबाइंड अस्पताल से जांच के लिये भेजे गये थे। पिथौरागढ़ जनपद में भी आज पहली बार दो मामले सामने आये हैं। जिले के कोरोना प्राइमरी अस्पताल से इनके नमूने हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल जांच के लिये भेजे गये थे और अस्पताल से आज इनमें कोरोना की पुष्टि हुई है।

कुमाऊं के ही एक अन्य जनपद अल्मोड़ा में भी आज तीन नये मामले सामने आये हैं। सभी मामले रानीखेत के जीएसएम अस्पताल से हैं। इसी प्रकार नैनीताल जनपद में भी दो युवाओं में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें एक व्यक्ति रामनगर और दूसरा नैनीताल के बेतालघाट का है। नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल के चिकित्सक डाॅ. एम.एस. दुग्ताल ने बताया कि बेतालघाट का यह व्यक्ति पिछले 17 मई को मुंबई से अपने गांव लौटा था और 20 मई को उसे नैनीताल में क्वारंटीन में भर्ती कर दिया गया था।

गढ़वाल मंडल के उत्तरकाशी जैसे ठेठ पर्वतीय जनपद में भी आज तीन लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। ये तीनों डीएच अस्पताल उत्तरकाशी से हैं और एम्स ऋषिकेश से इनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गयी है। इसी प्रकार देहरादून में दो और हरिद्वार में एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण का पता चला है। इनके नमूने एम्स ऋषिकेश और दून अस्पताल जांच के लिये भेजे गये थे। हरिद्वार का एकमात्र मामला एसडीएच अस्पताल रूड़की से जुड़ा है और एम्स ऋषिकेश ने 54 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट पाॅजिटिव बतायी है।

स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण आज किसी की मौत नहीं हुई है। विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि जो मौत हुई है वह सांस की तकलीफ के कारण हुई है। उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश स्थित एम्स में गंभीर रूप से बीमार एक महिला की मौत हो गयी थी। उसे कोरोना का संक्रमण भी बताया जा रहा था।