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देश में बढ़ती जा रही कोरोना महामारी की विकरालता ?

नयी दिल्ली, देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की विकरालता बढ़ती जा रही है और संक्रमण के 6387 नये मामले सामने आने से देश में इससे प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या 1.50 लाख के पार पहुंच गई है।

भारत इस संक्रमण से प्रभावित होने के मामले में दुनिया भर में 10वें स्थान पर है। पिछले 24 घंटों के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में इस संक्रमण के 6387 नये मामले दर्ज किये गये हैं तथा 170 लोगों ने जान गवांई है। इस अवधि में 3935 लोग स्वस्थ भी हुए हैं।

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार देश के 35 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश में अब तक इससे 151767 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 4337 लोगों की मौत हुई है। देश में फिलहाल कोरोना वायरस के कुल 83004 सक्रिय मामले हैं। इससे एक दिन पहले मंगलवार को 6535, सोमवार को 6977, रविवार को 6767 तथा शनिवार 6654 नये मामले सामने आये थे।

देश मे राहत की बात यह है कि देश में संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 42.45 फीसदी हो गयी है जबकि मृत्यु दर मात्र 2.85 प्रतिशत है। देश में संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर मंगलवार को 41.61 प्रतिशत थी जबकि सोमवार को 41.57 फीसदी थी। इससे पहले रविवार को यह 41.28 प्रतिशत थी।

देश में इस समय 435 सरकारी और 189 निजी प्रयोगशालायें कोरोना वायरस संक्रमण की जांच का काम कर रही हैं और अब तक देश में 3242160 नमूनों के परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें से 116041 नमूनों की जांच कल की गई थी।

केन्द्र सरकार शुरू से ही कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता पूर्ण रवैया अपना रही है और इसकी रोकथाम, प्रसार नियंत्रण और चिकित्सकीय प्रबंधन को लेकर राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ उपयुक्त कदम उठा रही है। देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की निगरानी उच्च स्तर पर की जा रही है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से आज जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि केन्द्र सरकार शुरू से ही कोरोना वायरस को लेेकर सतर्क थी और इसके संक्रमण को रोकने के लिए मार्च में ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी और अब देश में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है। इस लॉकडाउन के काफी बेहतर नतीजे सामने आये हैं और सांख्यिकीय एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के मुताबिक लॉकडाउन के कारण देश में हजारों लोगों को संक्रमित होने तथा मौत के मुंह में जाने से बचा लिया गया है।

लाॅकडाउन के दौरान सरकार ने देश में स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे में काफी क्षमता विस्तार किया और इस दौरान मानव संसाधनों को ऑनलाइन प्रशिक्षण मॉडयूल्स तथा वेबिनारों के जरिए प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा टेस्ट करने की क्षमता, मेडिकल उपकरणों की आपूर्ति, समय-समय पर दिशा-निर्देशों को जारी करने, विभिन्न प्रकार की कोरोना वायरस पर कारगरता, वैक्सीन शोध और समुदाय में कोरोना मामलों की निगरानी यानि सर्विलांस पर अधिक ध्यान दिया गया। जाे लोग कोरोना मरीजों के संपर्क में किसी न किसी रूप में आए थे उनकी कांटेक्ट ट्रेसिंग पर अधिक ध्यान दिया गया है।

राहत की एक और बात यह है कि देश में इस समय मृत्यु दर 2.86 प्रतिशत है जबकि वैश्विक औसत 6.36 प्रतिशत है।