कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में मोदी सरकार के छह साल के कामकाज की समीक्षा करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने न्यूनतम प्रशासन और अधिकतम शासन का नारा दिया था लेकिन वह इसके ठीक विपरीत साबित हुई है जिसमें देश की जनता पूरी तरह से बेबस तथा सरकार बेरहम बनी रही।
उन्होंने कहा कि इस दौरान दुनिया ने मोदी निर्मित मानव त्रासदी और बिना सोचे समझे लगाए गये लॉकडाउन के कारण लोगों की दुर्दशा का मंजर देखा है। मोदी सरकार ने मानवीय त्रासदी को पहले नोटबंदी के रूप में पेश किया जब उसके निर्णय से बैंकों की लाइनों में खडे रहते हुए कई लोगों के दम निकल गये और फिर अधूरा जीएसटी लागू कर देश की अर्थव्यवस्था को तबाह किया गया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार का सबसे क्रूर रूप कोरोना महामारी रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के रूप में देखने को मिला जब रोजी रोटी छिन जाने के कारण हजारों लोग सड़कों पर पैदल चलते रहे और भूखे प्यासे अपने घरों की तरफ निकलने लगे। यह त्रासदी लॉकडाउन के आरंभ से ही देखने को मिली है और अब तक यह मंजर हर दिन देखने को मिल रहा है
उन्होंने कहा कि माेदी सरकार का 2019 का साल भारी निराशा और कुप्रबंधन तथा जनता के लिए पीड़ा से भरा रहा। इस सरकार ने छह साल में भटकाव की राजनीति की और झूठे शोर शराबे के साथ शासन किया जिसके कारण देश की अर्थव्यवस्था डगमगा रही है, उद्योग धंधे बंद हैं और मेक इन इंडिया ठप है लेकिन बेबस लोगों पर मोदी सरकार बेरहम बनकर काम कर रही है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार के छह साल के कार्यकाल में देश को सिर्फ सब्जबाग दिखाये गये तथा मुट्ठी भर अमीरों की तिजोरी भरकर गरीबों का शोषण किया गया, लोग बेबसी बने रहें तथा सरकार बेरहम बनकर काम करती रही।