नयी दिल्ली, सभी की निगाहें अनलॉक के पहले चरण की समाप्ति के बाद और साल के मध्य 30 जून पर अब टिक गयी हैं कि क्या एक जुलाई से अनलॉक-2 की शुरुआत होगी। लाेगों के मन में यह सवाल इसलिए बार-बार उमड़-घुमड़ रहा है क्योंकि मौजूदा अनलॉक-1 के बीच चार राज्यों ने लॉकडाउन की निरंतरता की घोषणा की है।
पश्चिम बंगाल सरकार जुलाई के अंत तक प्रदेशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर चुकी है। तमिलनाडु में चेन्नई महानगर और इससे लगे इलाकों तथा असम में गुवाहाटी में वहां की सरकारों ने रविवार से दो सप्ताह का लॉकडाउन घोषित किया है। झारखंड सरकार ने भी शनिवार को अपने यहां 31 जुलाई तक लॉकडाउन की घोषणा की है।
इस बीच, अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2020-21 में भारत के आर्थिक पूर्वानुमान में देश की सकल राजस्व प्राप्ति में 4.5 प्रतिशत की गिरावट का हवाला देते हुए विशेषज्ञों ने कहा है कि हम चार दशकों में पहली जबरदस्त मंदी की ओर बढ़ रहे हैं और यह बहुत अधिक नुकसानदेह है। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में राज्यों को कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए बार-बार लॉकडाउन किये जाने को टालना चाहिए।