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यूपी मे अस्पताल मे भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या दस हजार के करीब

कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या दस हजार के करीब

लखनऊ , उत्तर प्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते स्वस्थ्य होने की दर में मामूली गिरावट दर्ज की गयी है वहीं राज्य में कोविड-19 बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 9980 हो गयी है।

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में काेरोना के 1196 नये मामले सामने आये जबकि स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी पाने वालों की संख्या 706 थी। इस दौरान 18 मरीजों की मौत भी हो गयी। आज शाम तीन बजे तक राज्य में 31156 कोरोना संक्रमित मिलने की पुष्टि हो चुकी थी हालांकि इस अवधि में 20331 मरीजों को स्वस्थ्य होने के बाद डिस्चार्ज किया गया जबकि 845 संक्रमितों की मृत्यु हो गयी।

राज्य में कोरोना को हवा देने में दिल्ली से सटे जिले सक्रिय भूमिका अदा कर रहे हैं। गाजियाबाद मे आज भी 165 नये मामले सामने आये जिसके कारण यहां अस्पताल में भर्ती संक्रमितों की संख्या अब 1477 हो गयी है जो पूरे प्रदेश में सर्वाधिक है। नोएडा मे 81 नये केस मिले हालांकि 226 पुराने मरीज स्वस्थ्य होकर घरों को भी लौैटे और यह जिला प्रशासन को सुकून देने वाला था।

लखनऊ में आज भी 97 नये मामले प्रकाश में आये वहीं मेरठ में 76,बाराबंकी में 66,कानपुर में 57,झांसी में 50, मिर्जापुर मे 36,बुलंदशहर में 33, फतेहपुर में 27 और बलिया में 22 नये मामले सामने आये।

इस बीच उन्नाव और फतेहपुर समेत कुछ अन्य जिला प्रशासन ने कोरोना के बढते मामलों के मद्देनजर लाकडाउन लगाने का फैसला किया है। फतेहपुर जिला प्रशासन ने आज मध्यरात्रि से चार दिन के लिए पूर्ण रूप से लाॅकडाउन कर दिया है। इस दौरान पूर्व की भांति मेडिकल स्टोर के अलावा सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे वहीं उन्नाव में 10 से 12 जुलाई तक लाकडाउन रहेगा। इस दौरान मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे जबकि जरूरी वस्तुओं की दुकाने सुबह नौ बजे तक खुलेंगी। सब्जी विक्रेता फेरी लगाकर बिक्री कर सकेंगे।

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिये टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 35 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आरटीपीसीआर, ट्रूनैट तथा तथा रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से भी बड़ी मात्रा में प्रतिदिन टेस्ट किए जाएं। अधिक से अधिक सैम्पल लेने के लिए अतिरिक्त टीमें गठित करते हुए इनके सदस्यों को सैम्पल कलेक्शन का प्रशिक्षण दिया जाए।