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देश मे कोरोना मामले नौ लाख के पार, फिर संपूर्ण लॉकडाउन या जनता कर्फ्यू शुरू?

कोरोना मामले नौ लाख के पार, रिकवरी दर 63 फीसदी

नयी दिल्ली, देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सोमवार की रात को नौ लाख के आंकड़े को पार कर गयें हैं।कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं।

‘कोविड19इंडियाडॉटओआरजी’ के आंकड़ों के अनुसार देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 904225 मामलों की आज रात तक पुष्टि हो चुकी है जबकि सुबह यह संख्या 878254 थी। अब तक कुल 569753 मरीज स्वस्थ हुए हैं जबकि 23711 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अन्य 310377 सक्रिय मामलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।

इस बीच, कोरोना संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में फिर संपूर्ण लॉकडाउन अथवा जनता कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाये जा रहे हैं। पूरे उत्तर प्रदेश में अब सप्ताह में दो दिन शनिवार और रविवार को सभी बाजार और मॉल बंद रहेंगे। अब सभी बाजार सोमवार से शुक्रवार तक सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक ही खुले रहेंगे।

पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी को देखते हुए राजधानी कोलकाता समेत राज्य के 10 जिलों में फिर से लॉकडाउन लागू किया गया है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए शुक्रवार से नौ दिनों के जनता कर्फ्यू को लागू किया गया है। बिहार में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है।

गुवाहाटी समेत असम के कुछ प्रमुख शहरों में लॉकडाउन की अवधि एक सप्ताह और बढ़ा दी गयी है। इस बीच कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने राजधानी बेंगलुरु में कोरोना वायरस के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए 14 जुलाई से एक सप्ताह का पूर्ण लॉकडाउन लागू करने की घाेषणा की है। देश में संक्रमण से प्रभावित होने के मामले में दूसरे स्थान पर स्थित तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई समेत पांच जिलाें में 31 जुलाई तक लॉकडाउन लागू है। इसके अलावा देश के कई अन्य हिस्सों में भी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन लगाया जा रहा है।

लेकिन राहत की बात यह है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर करीब 63 फीसदी पहुंच गयी है यानी अब तक करीब 5.69 लाख से अधिक लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।

देश में आज मरीजों के स्वस्थ होने की दर बढ़कर 63 फीसदी पहुंच गयी जबकि मृत्यु दर महज 2.62 प्रतिशत रही। रविवार को संक्रमितों के ठीक होने की दर 62.97 फीसदी रही जबकि मृत्यु दर महज 2.64 प्रतिशत रही। पिछले एक सप्ताह में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में तीन फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।

देश में तीन मई को कोरोना रिकवरी दर 26.59 प्रतिशत थी जो 31 मई को बढ़कर 47.40 प्रतिशत हो गई और इसमें लगातार इजाफा हो रहा है।

इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सक्रिय मामलों की तुलना में स्वस्थ लोगों की संख्या 2.59 लाख से अधिक हो चुकी है। इससे यह भी साफ है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के जितने मरीज आये हैं, उनमें से आधे से अधिक पूरी तरह बीमारी से निजात पा चुके हैं। समय पर कोरोना के संदिग्ध मामलों की जांच और उनका सही तरीके से इलाज की अहम भूमिका रही।

देश के 19 राज्यों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है। जिन 19 राज्यों में कोरोना रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है उनमें लद्दाख पहले स्थान पर है।

लद्दाख में कोरोना रिकवरी दर 85.45, दिल्ली में 79.98, उत्तराखंड में 78.77, छत्तीसगढ़ में 77.68, हिमाचल प्रदेश में 76.59, हरियाणा में 75.25, चंडीगढ़ में 74.60, मध्यप्रदेश में 73.03, गुजरात में 69.73 ,त्रिपुरा में 69.18, बिहार में 69.09 ,पंजाब में 68.94 , ओडिशा में 66.69, मिजोरम में 64.94 ,असम में 64.87, तेलंगाना में 64.84, तमिलनाडु में 64.66 और उत्तर प्रदेश में 63.97 है।

इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना के प्रसार की रोकथाम के लिए कंटेनमेंट जोन चिह्नित करने से कोरोना रिकवरी दर में बढ़त आई है। कोरोना वायरस की गति जांच तेज करने से संक्रमित मरीज की पहचान जल्द हो जा रही है और उनका उपचार भी बीमारी के गंभीर होने से पहले होने लगा है जिससे मृत्यु दर में भी गिरावट आई है।

संक्रमण के हल्के लक्षणों वाले मरीजों तथा बिना लक्षण वाले मरीजों द्वारा होम आइसोलेशन में ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल किए जाने से कोविड-19 के के उपचार के लिए समर्पित अस्पतालों तथा कोविड देखभाल केंद्रों पर बोझ घटा है।

कोरोना महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटाें में संंक्रमण के 6497 नये मामले दर्ज किये गये जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 260924 पर पहुंच गया है। इसी अवधि में 193 लोगों की मौत हुई है जिसके कारण मृतकों की संख्या बढ़कर 10482 हो गयी है। वहीं 144507 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।
संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंचे तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के मामले 4328 बढ़कर 142798 पर पहुंच गये हैं और इसी अवधि में 66 लोगों की मौत से मृतकों की संख्या 2032 हो गयी है। राज्य में 92567 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की स्थिति अब कुछ नियंत्रण में है और यहां संक्रमण के मामलों में वृद्धि की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। राजधानी में अब तक 113740 लोग कोरोना की चपेट में आये हैं तथा इसके कारण मरने वालों की संख्या 3411 हो गयी है। यहां 91312 मरीज रोगमुक्त हुए हैं।
देश का पश्चिमी राज्य गुजरात कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या मामले में चौथे स्थान पर है, लेकिन मृतकों की संख्या के मामले में यह महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे स्थान पर है। गुजरात में संक्रमितों का आंकड़ा 42 हजार के पार पहुंच गया है और अब तक 42808 लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 2056 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 29806 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।
दक्षिण का राज्य कर्नाटक 41581 संक्रमित मामलों के साथ पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। राज्य में कोरोना से अब तक 759 लोगों की मौत हुई है जबकि 16249 लोग स्वस्थ भी हुए हैं।
आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के अब तक 38130 मामले सामने आए हैं तथा इस वायरस से 955 लोगों की मौत हुई है जबकि 24203 मरीज ठीक हुए हैं।
दक्षिण के एक और राज्य तेलंगाना में भी कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। तेलंगाना में संक्रमितों की संख्या 34671 हो गयी है और 356 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 22482 लोग अब तक इस महामारी से ठीक हो चुके है।
पश्चिम बंगाल में 31448 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 956 लोगों की मौत हुई है और अब तक 19213 लोग स्वस्थ हुए हैं।
आंध्र प्रदेश में संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने के कारण यह सर्वाधिक प्रभावित की सूची में राजस्थान से ऊपर आ गया है। राज्य में 31103 लोग संक्रमित हुए हैं तथा मरने वालों की संख्या 365 हो गयी है।
राजस्थान में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या 24936 हो गयी है और अब तक 518 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 18630 लोग पूरी तरह ठीक हुए है।
हरियाणा में 21929 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 308 लोगों की मौत हुई है।
इस महामारी से मध्य प्रदेश में 663, पंजाब में 204, जम्मू-कश्मीर में 187, बिहार में 134, ओडिशा में 91, उत्तराखंड में 49, असम में 45, केरल में 34, झारखंड में 33, छत्तीसगढ़ में 19, पुड्डुचेरी में 18, गोवा में 17 , हिमाचल प्रदेश में 10, चंडीगढ़ में आठ, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और त्रिपुरा में दो-दो तथा लद्दाख में एक व्यक्ति की मौत हुई है।