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सरकार द्वारा जारी गाडइलाइन के अनुसार मनेगी सीएम के जिले मे मनेगी बकरीद

गोरखपुर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंडल तथा आस पास के क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में कुर्बानी का त्योहार बकरीद को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुयी थी। बुधवार को सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन में कुर्बानी करने के लिए अनुमति दे दी गयी है, अब यहां सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार बकरीद मनायी जायेगी।

सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन में यह हिदायत दी गयी है कि भीड-भाड नहीं होगी और लोग शांति से अपने-अपने घरों में त्योहार मनायेंगे। इस अवसर पर हजरत इबराहिम की सुन्नत की पैरवी में अल्प संख्यक समुदाय के लोग कुर्बानी देने के लिए बकरे खरीदते हैं तथा उसकी बलि देते है। इस बार बकरीद का महीना शुरू होने के बाद भी अभी तक बकरों के बाजार नहीं लग रहे थे। सरकार की गाइड लाइन आने के बाद अब लोगों में खुशी है कि अगले दो-तीन दिनों में बाजार लगने की उम्मीद जग गयी है।

गोरखनाथ थाना क्षेत्र के निवासी सादुल अंसारी ने बताया कि आमतौर पर लोग दस दिन पहले ही बकरा खरीद लेते हैं और उसे लाड प्यार से पालते हैं ताकि बकरे से लगाव पैदा हो जाय और कुर्बानी के समय उसके बिछडने का दुख हो। अभी तक बकरे सरकार की गाइड लाइन न आने के कारण खरीदे नहीं जा सके थें।

उन्होंने सरकार द्वारा जारी आदेश का स्वागत करते हुए कहा कि इस त्योहार के लिए जारी गाइड लाइन से खुशी अधूरी है। ईदगाह में नमाज की अनुमति आधे घंटे के लिए मिल जाती तो लोगों की खुशियां पूरी हो जाती। इस्लाम में नमाज पहले है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बैठक करके कोई फैसला लिया जायेगा।

श्री अंसारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों से दो-चार बकरों के साथ कुछ व्यापारी आये हैं लेकिन वे भी मौके का लाभ उठाना चाहते हैं और उनका मूल्य 18 से 25 हजार रूपये के बीच बता रहे थे। अब सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन से बकरों के दाम में कमी भी आयेगी।

इस्लामी बैतूल माल द्वारा सामूहिक रूप से कुर्बानी के जानवरों को लाया जाता है और विभिन्न स्थानों पर कुर्बानी का इंतजाम किया जाता है लेकिन इसके सचिव सहाबुददीन सिद्दीकी ने बताया कि पिछले 12 जुलाई को इस संगठन की बैठक हुयी थी। कुर्बानी कैसे करायी जाय इसका निर्णय नहीं लिया जा सका। कोरोना के लिए जारी 19 बिन्दुओं वाली गाइड लाइन जिसमें मास्क और आउट डिस्टेसिंग आदि सबका उल्लेख है उसका अनुपालन कराना एक चुनौती थी। कल गाइड लाइन जारी होने से राहत मिली है।

इसी बीच वरिष्ठ नागरिक उस्मान गनी ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि बाहर से बकरे लेकर आने वाले व्यापारियों को पुलिस प्रशासन द्वारा भी प्रताडित किया जा रहा है। बकरे लदे वाहनों को सीज कर उसका चालान भी काट दिया जा रहा है। सरकार द्वारा गाइड लाइन जारी होने के बावजूद भी ईदगाह और मस्जिद के पेश इमाम भी असमंजस में हैं कि बकरीद की नमाज में भारी भीड होती है और उसकी अनुमति सरकार देगी अथवा नहीं। अभी तक मस्जिदों में केवल पांच व्यक्ति को ही नमाज पढने की अनुमति है।

आजमगढ में स्थित जामतुर रसाद मदरसा के प्रबंधक आमिर रशीदी ने आज बताया कि इस क्षेत्र में धार्मिक शिक्षा का बडा केन्द्र है उसके द्वारा जगह-जगह पोस्टर लगवाये गये हैं कि मदरसे की ओर से कुर्बानी की व्यवस्था की गयी है और इच्छुक लोग दिये गये फोन नम्बर पर सम्पर्क करके अपने हिस्से का धन राशि जमा कराकर कुर्बानी करा सकते हैं।