लखनऊ, संजीत यादव हत्याकांड पर अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने जबर्दस्त प्रतिक्रिया दी है।
अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री जगदेव सिंह यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश मे यादव समाज के साथ भेदभाव बरता जा रहा है, उनकी समस्याओं की अफसरों द्वारा अनदेखी की जा रही है, जिसके कारण संजीत यादव हत्याकांड जैसी बड़ी घटनायें हो रही हैं।
पूर्व मंत्री जगदेव सिंह यादव ने कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि सरकार द्वारा अबतक संजित यादव के परिवार को कोई सरकारी मदद नही दी गई है। जबकि संजित यादव अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। इससे योगी सरकार का यादव समाज के साथ भेदभाव स्पष्ट नजर आ रहा है।
यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि हकीकत ये है कि संजित यादव की मौत के बाद मानसिक रूप से व्यथित परिवार के सामने बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। फिरौती के लिये दी गई 30 लाख रूपये की रकम की व्यवस्था परिवार ने कई लोगों से रूपया उधार लेकर की थी, जो पुलिस की गलती की वजह से चले गयें हैं। अब संजित यादव के परिवार को ये रूपये भी चुकानें हैं।
जगदेव सिंह यादव ने कहा कि अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा यूपी सरकार से ये मांग करती है कि यूपी सरकार तत्काल संजित यादव के परिवार वालों को एक करोड़ रुपये की सहायता व परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दे। इसी के साथ इंस्पेक्टर रंजीत राय के विरूध मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजे। उनहोने कहा कि चूंकि यूपी पुलिस पर से परिवार वालों का भरोसा समाप्त हो गया है। इसलिये इस घटना की जांच सीबीआई से करवाई जाये।
अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के प्रदेश महासचिव अशोक यादव ने कहा कि प्रदेश में जिस तरह से अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, योगी सरकार उसे रोकने पूरी तरह से फेल हो गई है। यदि कानून के रखवाले ही गुंडों-अपहरणकर्ताओं से दोस्ती गांठने लगे तो आम आदमी अपनी सुरक्षा के लिए कहां जाए?
अशोक यादव ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करना समस्या का समाधान नहीं है, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो और ये सभी अफसर जेल भेजे जाए। इंस्पेक्टर रंजीत राय फिरौती मांगने वालों से मिला हुआ है? सीबीआई जांच होने पर ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है।